अरुण कुमार गुप्ता
अब तक देश के किसी न किसी क्षेत्र से दलित उत्पीड़न की खबरें सामने आती रही हैं। इस तरह की खबरों को लेकर नेताओं के बीच बयानबाजी और मीडिया में भी खूब हो-हल्ला मचता है, लेकिन इसके उलट उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले से ऐसी खबर आई है, जहां उत्पीड़न का शिकार हो रहे ब्राह्मण परिवारों ने घरों के बाहर नोटिस चस्पा किया है, जिसमें लिखा है ‘यह घर बिकाऊ है’ साथ ही गांव से पलायन की बात भी लिखी गई है। कुशीनगर जिले के करजहा गांव निवासी २० परिवारों ने कहा है कि गांव में लगातार एक विशेष बिरादरी की तरफ से उत्पीड़न झेलते आ रहे हैं। गांव में ये बिरादरी काफी दबंग है और इस बिरादरी के लोगों की वजह से खेती, किसानी करना भी दूभर हो गया है। इसी से आजिज आकर उन्होंने अपने घर के बाहर ये नोटिस चस्पा कर दी है। आरोप लगाया कि ये मनबढ़ लोग फसलों का सरेआम नुकसान करने के साथ-साथ धर्म के अनुसार त्योहार तक नहीं मनाने दे रहे हैं। यहां तक कि ये बहू-बेटियों पर भी छींटाकशी से बाज नहीं आ रहे हैं। इनका कहना है कि अगर प्रशासन इनकी बात नहीं सुनता है तो वे लोग आत्महत्या करने को मजबूर हो जाएंगे। उधर तमकुहीराज के एसडीएम विकास चंद का कहना कि पोस्टर चिपकाने का मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। गांव में जांच के लिए पुलिस भेजी जा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी सरकार इन पीड़ित गांववालों की कितनी मदद करती है।
बाप के लिए बेटी मैदान में
उत्तर प्रदेश की गाजीपुर सीट से सपा की तरफ से कौन चुनाव लड़ेगा, ये अभी साफ भी नहीं हो पाया है कि इसी बीच अफजाल अंसारी की बेटी अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार में उतर चुकी हैं। वह शिव मंदिर पहुंची और पूजा की। तस्वीरों में नुसरत अंसारी जहां सपा कार्यालय में अफजाल अंसारी और सदर विधायक जैकिशन साहू के साथ दिख रही हैं और वह डोर टू डोर प्रचार करती भी दिख रही हैं। अफजाल अंसारी की बेटी नुसरत अंसारी ने गाजीपुर के शिव मंदिर में पूजा अर्चना भी की। इसके साथ ही उस गांव की महिलाओं के साथ मंदिर में भजन-कीर्तन में भी नुसरत दिखीं। चुनाव से पहले वह भगवान की शरण में जा पहुंची, जहां उन्होंने जीत के लिए आशीर्वाद लिया और मंदिर में पूजा की। सुप्रीम कोर्ट ने अफजाल अंसारी की संसद सदस्यता बहाल कर दी थी। इसके साथ ही इलाहाबाद हाई कोर्ट को ३० जून २०२४ तक मामले का निस्तारण करने का आदेश दिया। हाई कोर्ट में २ मई को इस मामले में सुनवाई होनी है और गाजीपुर में ७ मई से नामांकन शुरू होना है। मंदिर में जाकर पूजा करना और लोगों से मिलने चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि यदि कोर्ट के आदेश पर यदि अफजाल अंसारी के सामने चुनाव लड़ने में समस्या आती है तो उनकी बेटी मैदान में उतर सकती है। इसी परिप्रेक्ष्य में नुसरत ने क्षेत्र में वैंâपेन शुरू किया है। वहीं अंसारी परिवार का बदला हुआ रूप लोगों को आकर्षित कर रहा है।
मोदी के क्षेत्र में व्यापारियों का उत्पीड़न
मोदी और योगी के राज में किसान और युवा ही नहीं, व्यापारी भी परेशान हैं। परेशान व्यापारियों ने वाराणसी जिले के बरेका के गुमटी मार्वेâट की दुकानों को बंद कर धरना दिया। दुकानों के किराए में हुई ४०० गुना वृद्धि को वापस लेने की मांग को लेकर व्यापारी अड़े रहे। धरना देनेवालों में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल रहीं। वाराणसी बरेका के गुमटी मार्वेâट की लगभग ७०० दुकानों के किराए में हुई ४०० गुना वृद्धि को वापस लेने की मांग व्यापारी कर रहे हैं। व्यापारियों ने बरेका के प्रशासनिक भवन के सामने वाराणासी व्यापार मंडल अध्यक्ष बग्गा के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा व ५ लोगों की टीम प्रशासनिक भवन में बात करने के लिए अंदर गई। बातचीत के बाद बाहर निकलकर अजित सिंह बग्गा व योगिता तिवारी ने बताया कि महाप्रबंधक ने प्रतिनिधिमंडल से मिलने से इनकार कर दिया। धरना देने वालों का कहना था कि चुनावी मौसम में भी व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। इसका असर चुनाव में जरूर दिखेगा।