सामना संवाददाता / ठाणे
आमतौर पर तेज रफ्तार को ही दुर्घटना का मुख्य कारण माना जाता है। इसके बावजूद वाहनचालक तेज रफ्तार में वाहन चलाकर दुर्घटनाओं को न्योता देते हैं। ठाणे पुलिस ने पिछले ६ महीनों में ७,१५६ तेज रफ्तार से गाड़ी चलानेवाले वाहनचालकों पर कार्रवाई की है। इसका अर्थ यह है कि रोजाना ४० वाहनचालक आवश्यकता से अधिक तेज रफ्तार से गाड़ी चलाते हैं। पुलिस के मुताबिक, दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहनचालक बाबूजी को धीरे गाड़ी चलाना चाहिए।
बता दें कि अधिकतर सड़क दुर्घटनाएं नियमों की अनदेखी के कारण होती हैं। इसके अलावा तेज गति से गाड़ी चलाना, क्षमता से अधिक गाड़ी चलाना, गाड़ी चलाते समय मोबाइल पर बात करना, नाबालिग को गाड़ी चलाने देना, गलत दिशा में गाड़ी चलाना, सिग्नल तोड़ना आदि एक या एक से अधिक कारणों से दुर्घटनाओं को निमंत्रण दे रहे हैं। ठाणे पुलिस आयुक्तालय क्षेत्र में भी नियमों को तोड़कर गाड़ी चलानेवाले वाहनचालकों की वजह से पिछले साढ़े ४ वर्षों में कुल ७२८ लोगों ने अपनी जान ़गवां दी है। ठाणे ट्रैफिक पुलिस अड़ियल वाहनचालकों पर कार्रवाई भी करती है। इसी कड़ी में पिछले ६ महीनों में ठाणे ट्रैफिक पुलिस ने कुल ७,१५६ नियम तोड़नेवाले वाहनचालकों पर कार्रवाई की है। ठाणे ट्रैफिक पुलिस उपायुक्त विनय कुमार राठौड़ ने बताया कि यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले वाहन चालक खुद के साथ-साथ दूसरों की जान भी खतरे में डालते हैं। पिछले छह माह में तेज गति से वाहन चलाने वाले सात हजार से अधिक चालकों पर कार्रवाई की गई। इसलिए कार्रवाई और दुर्घटनाओं से बचने के लिए वाहनचालकों को यातायात नियमों का पालन करना जरूरी है।