चंद्रकांत दुबे / भायंदर
भायंदर रेलवे स्टेशन के सामने विगत दिनों ढही इमारत का मामला तूल पकड़ने लगा है। इस मुद्दे को जहां विधानसभा में उठाया गया, वहीं इसको लेकर मनपा प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है। इस घटना के लिए बार मालिक को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है।
बता दें कि ऐसे ही मामले को लेकर २३ जून को ‘दोपहर का सामना’ में प्रमुखता से एक खबर प्रकाशित की गई थी। इस मानसून में मीरा-भायंदर पर मंडराएगा खतरा! जिसमें ‘जर्जर हो चुकी हैं कई इमारतें’ नामक शीर्षक में १५ बेहद खतरनाक इमारतों का उल्लेख किया गया था, जिसे मनपा ने तोड़ने की नोटिस जारी की थी। उसमें यह इमारत भी शामिल थी, ऐसा बताया गया। आखिरकार, जिसकी संभावना जताई जा रही थी वह हादसा हो ही गया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत और चार अन्य घायल हुए हैं।
प्रशासन की अवहेलना
ज्ञात हो कि ‘नवकीर्ति’ नामक यह इमारत ग्राम पंचायत के समय में बनाई गई थी, जो अति जर्जर हालत में थी। मीरा-भायंदर मनपा की तरफ से ५ जुलाई को इमारत को अति खतरनाक घोषित करते हुए तोड़ने की नोटिस जारी की गई थी। उसमें स्पष्ट किया गया था कि १२ जुलाई तक इस इमारत को ध्वस्त कर दिया जाएगा। ऊपर रहने वाले रहिवासी तो इसे खाली करके अन्य जगहों पर चले गए, परंतु नीचे बने बीयर-बार के मालिकों ने मनपा की नोटिस को ठेंगे पर मारते हुए होटल को चालू रखा था। वरिष्ठ समाजसेवी व पूर्व नगरसेवक रोहित सुवर्णा का कहना है कि अगर यह हादसा रात के समय में हुआ होता तो बार में आए ग्राहकों, कर्मचारियों और नागरिकों की भारी क्षति होती। बार मालिक ने अपने आर्थिक लाभ के लिए प्रशासन के नोटिस की अवहेलना की, इसलिए इस मामले में जो भी दोषी हों उनके खिलाफ भादंसं-३०४ के तहत कार्रवाई होनी ही चाहिए।
मामले की हो रही है जांच
इस बीच नवघर पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। मीरा-भायंदर मनपा से सभी प्रासंगिक जानकारी और दस्तावेज प्राप्त हो गए हैं। नवघर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय पवार ने कहा कि जांच के बाद दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मनपा कर रही है सर्वेक्षण
मीरा-भायंदर मनपा आयुक्त व प्रशासक दिलीप ढोले ने खतरनाक घोषित इमारतों का दौरा कर सर्वेक्षण किया। आयुक्त के निर्देश पर जर्जर हो चुकी इमारतों को सील कर दिया गया और उन्हें तत्काल तोड़ने का आदेश दिया। पिछले कई दिनों से हो रही भारी बारिश से किसी तरह की अप्रिय घटना व जनहानि न हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को सतर्क रहने को भी आयुक्त ने कहा। सर्वेक्षण के दौरान मनपा उपायुक्त (मुख्यालय) मारुति गायकवाड़, अतिक्रमण विभाग अधिकारी नरेंद्र चव्हाण, सहा. आयुक्त प्रभाकर म्हात्रे, प्रियंका भोसले तथा जूनियर इंजीनियर सहित विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।