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मुंबई ब्लास्ट का आरोपी बशीर! इंजीनियरिंग करने के बाद अफगानिस्तान में ली थी आतंकी ट्रेनिंग

साल २०११ में ५० मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में शामिल

सामना संवाददाता / मुंबई
२००२-०३ के मुलुंड में लोकल ट्रेन बम ब्लास्ट मामले का आरोपी सीएमए बशीर को पिछले दिनों कनाडा हवाई अड्डे से एयरपोर्ट अथॉरिटी ने हिरासत में लिया। सीएमए बशीर को भारत में प्रतिबंधित इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के कट्टरपंथी नेताओं में से एक माना जाता है। मुंबई में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की मानें तो बशीर के प्रत्यर्पण के प्रयास जारी हैं। मुलुंड में हुए इस ब्लास्ट में १२ लोगों की जान गई थी। २०११ में देश के मोस्ट वांटेड आरोपियों में बशीर का नाम ४३वें स्थान पर है। प्रतिबंधित संगठन इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) का राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुका बशीर एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा किया है। बशीर के पूर्व सहयोगियों का कहना है कि ८० के दशक के मध्य में बशीर, सिमी के कुछ कट्टरपंथी तत्वों के साथ पाकिस्तान गया, जहां उसे अफगानिस्तान से सटे उत्तर पश्चिम सीमांत प्रांत में ट्रेनिंग दी गई थी। माना जाता है कि ग्रुप के कुछ सदस्य अफगानिस्तान चले गए और अब्दुल रसूल सय्यफ जैसे लोगों के साथ बैठकें कीं, जो अफगान सरदार था। सरदार के बारे में ऐसा माना जाता है कि उसने ओसामा बिन लादेन को अफगानिस्तान में आमंत्रित किया था।
कट्टरपंथियों की करता था मदद
अदालत के रिकॉर्ड के मुताबिक, बशीर को इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) ने पाकिस्तान में भारत के युवाओं को भेजने के लिए कहा था लेकिन उसके पूर्व सहयोगियों का कहना है कि वह ऐसा करने के लिए बहुत से लोगों को मनाने में कामयाब नहीं हुआ। बशीर का मकसद कथित तौर पर सुरक्षित ठिकाने किराए पर लेना था, जहां ये कट्टरपंथी छिप सकें और गुजरात सीमा के पार तस्करी करके लाए गए हथियारों के जखीरे को जमा कर सकें। १९९२ के मध्य में खालिस्तानी आतंकवादियों को शरण देने के आरोप में बशीर, साकिब नाचन और खालिस्तानी आतंकवादी लाल सिंह के करीबी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
सऊदी अरब में आतंकी 
बशीर सऊदी अरब में आतंकी वैंâप चलाता था। नौजवानों का ब्रेनवॉश कर वैंâप में शामिल करता था। दुबई, शारजाह, सिंगापुर होते हुए वह कनाडा पहुंच गया। सिमी के गिरफ्तार सदस्यों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि बशीर केरल से खाड़ी देशों में गए सिमी के पूर्व वैâडर के संपर्क में था। बशीर कथित तौर पर केरल के एक सिमी नेता सरफराज नवाज सहित कई अन्य कट्टरपंथी तत्वों का संचालक था, जो कथित तौर पर कई आतंकी मामलों में शामिल था। नवाज को २००९ में ओमान में हिरासत में लिया गया था और २००८ के बंगलुरु विस्फोट मामले में उसकी कथित संलिप्तता को लेकर भारत भेज दिया गया था। बशीर के गांव के एक सूत्र के मुताबिक, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद बशीर प्रशिक्षण के लिए बंगलुरु चला गया। इसके बाद से वह परिवार के संपर्क में नहीं आया। वह शायद तीन दशकों में घर नहीं आया है। आखिरी बार उसने परिवार को १९९९ या २००० के आसपास फोन किया था।

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