मुख्यपृष्ठस्तंभराजस्थान का रण : पुलिस कर रही है भाजपा का प्रचार!

राजस्थान का रण : पुलिस कर रही है भाजपा का प्रचार!

गजेंद्र भंडारी

राजस्थान के हाबूर में पुलिस पर भाजपा का प्रचार करने का आरोप लगाया गया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कहा जा रहा है कि कुछ पुलिस वाले वहां बिना बैज के वर्दी पहनकर पहुंच गए और भाजपा के पक्ष में वोट करने के लिए मतदाताओं से कहने लगे। इसका कुछ लोगों ने वीडियो बना लिया और कुछ लोगों ने इस घटना को लाइव दिखा दिया। इसके बाद वहां हंगामा हो गया। हालांकि, पुलिस का कहना था कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया है और उन पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। लोगों ने पुलिस को घेर लिया था। मामला बिगड़ते देख पुलिस ने वहां से जाने में भलाई समझी, लेकिन लोग उन्हें जाने भी नहीं दे रहे थे। इस घटना के बाद इस पोस्ट को शेयर किया गया और लोग पुलिस की कार्यप्रणाली पर उंगली उठा रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर इसी तरह से पुलिस पक्षपात करती रही तो भाजपा के पक्ष में ही वोट डाले जाएंगे। लोगों ने वरिष्ठ अधिकारियों और चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।

रविंद्र भाटी ने लगाए आरोप
निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे रविंद्र सिंह भाटी ने भाजपा सरकार पर और चुनाव अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भाटी का कहना है कि उनके कार्यकर्ताओं को पोलिंग बूथ से बाहर निकाला जा रहा है। उन्हें वहां बैठने नहीं दिया जा रहा है। भाटी का आरोप है कि प्रवासियों को बूथ तक जाने से रोका जा रहा है। वोट डालने के लिए निकले लोगों की गाड़ियां रास्ते में ही सीज की जा रही हैं। निर्दलीय प्रत्याशी के वोटरों को गाड़ियों से उतारा जा रहा है। यही नहीं, बायतु के बूथों पर ईवीएम पर रविंद्र सिंह के नाम के आगे पट्टी बांध दी गई है। राजस्थान की आवाज को दबाया जा रहा है, लोकतंत्र को खत्म किया जा रहा है। भाटी ने इस बारे में सोशल मीडिया पर लिखा है और चुनाव आयोग को टैग किया है। भाटी की क्षेत्र में काफी लोकप्रियता है और उनकी सभाओं में भी खूब भीड़ जुट रही थी। भाटी इस कदर लोकप्रिय हैं कि उनके खिलाफ चुनाव प्रचार करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आना पड़ा। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भाटी को लोग कितना पसंद करते हैं। भाटी ने सोशल मीडिया चुनाव आयोग से निष्पक्ष चुनाव कराने की मांग की है।

इस बार किसका चलेगा जोर?
पिछली बार राजस्थान में कम वोटिंग हुई थी। यह राज्य का दूसरा और आखिरी चरण है। पहले चरण के बाद कहा जा रहा था कि कांग्रेस के पक्ष में अच्छा माहौल बना है, लेकिन इस बार किसके पक्ष में वोट पड़े हैं, यह अभी कहना मुश्किल है। इस चरण में वोटिंग काफी कम है। वैसे, इस बार राजपूत समाज भाजपा के खिलाफ खड़ा है और उसने अपने अपमान का बदला लेने की कसम खाई है। हालांकि, राजपूतों के कितने वोट भाजपा को जाएंगे और कितने कांग्रेस को मिलेंगे, यह तो समय ही बताएगा, लेकिन अभी भाजपा के खिलाफ हवा चल रही है। राजपूत ही नहीं, किसान भी भाजपा से खासे नाराज चल रहे हैं। किसानों ने भी भाजपा के खिलाफ ही वोट करने की अपील की है। युवा भी इस बार निर्णायक भूमिका में हैं, क्योंकि वे लगातार नौकरी और रोजगार की बात कर रहे हैं और शुरू से ही सोशल मीडिया पर भाजपा के खिलाफ माहौल बना रखा है। आज आखिरी चरण के बाद सभी मतदाता अपने क्षेत्र के उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में बंद कर देंगे। अब इंतजार रहेगा ४ जून का कि किस पार्टी का दावा सही साबित होता है और किस पार्टी का दावा हवा-हवाई साबित होगा।

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