राज ईश्वरी
कॉलर आईडी सत्यापित करें:
कॉल का उत्तर देने से पहले हमेशा कॉलर आईडी जांचें। यदि नंबर अपरिचित या संदिग्ध लगता है, तो उसे वॉयसमेल पर जाने देने पर विचार करें।
अनजान नंबरों से सावधान रहें:
अनजान नंबरों से कॉल आने पर सावधानी बरतें, खासकर अगर वे सरकारी एजेंसियों, वित्तीय संस्थानों या कंपनियों से व्यक्तिगत जानकारी या भुगतान मांगने का दावा करते हैं। वैध संगठन आम तौर पर महत्वपूर्ण मामलों को आधिकारिक चैनलों के माध्यम से संप्रेषित करते हैं, न कि अनचाहे फोन कॉल के माध्यम से।
व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें :
फोन पर कभी भी व्यक्तिगत या संवेदनशील जानकारी न दें, जैसे कि आपका सामाजिक सुरक्षा नंबर, बैंकिंग विवरण, पासवर्ड या पिन, जब तक कि आपने कॉल शुरू नहीं की हो और प्राप्तकर्ता की पहचान के बारे में सुनिश्चित न हों।
धमकियों या तत्काल अनुरोध को अनदेखा करें:
उन कॉल करने वालों से सावधान रहें जो आपको तत्काल कार्रवाई करने या जानकारी का खुलासा करने के लिए दबाव डालने के लिए धमकाते हैं या तत्काल अनुरोध करते हैं।
अगर आपको संदेह हो तो फोन काट दें:
अगर आपको कोई कॉल संदिग्ध या असहज लगे तो अपनी सूझ-बूझ पर भरोसा करें और तुरंत फोन काट दें। संदिग्ध कॉल की सूचना अपनी फोन कंपनी या सर्विस प्रोवाइडर अधिकारियों को दें।
कॉल ब्लॉकिंग ऐप का उपयोग करें:
ज्ञात स्कैम नंबर और रोबोकॉल को फिल्टर करने के लिए अपने फोन वैâरियर द्वारा प्रदान किए गए कॉल ब्लॉकिंग ऐप या सुविधाओं का उपयोग करने पर विचार करें।
अनजान ऐप से बचें
इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप एंड्रॉयड या आईफोन का उपयोग कर रहे हैं, आपको ऑफिशियल एप स्टोर के बाहर एप डाउनलोड करने से पहले हमेशा दो बार सोचना चाहिए। उनमें खतरनाक मैलवेयर हो सकते हैं।
सार्वजनिक वाई-फाई कनेक्ट न करें:
सार्वजनिक वाई-फाई का उपयोग करते समय आप गलती से भी मैलिसियस सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं।
फोन को सिक्योर मोड में रीस्टार्ट करें:
सबसे पहले, अपने मोबाइल फोन को रीस्टार्ट करें। ध्यान दें कि कई बार आसानी से हल होने वाली समस्याएं इससे ठीक हो जाती हैं।
एंटीवायरस स्कैन करें:
अपने फोन को एक अच्छे एंटीवायरस एप के माध्यम से स्वैâन करें। ऐसा करने से फोन में मौजूद वायरस और मैलवेयर की पहचान की जा सकती है और उसे फिक्स किया जा सकता है।
रिस्टोर डिफॉल्ट सेटिंग:
यदि समस्या अब भी बनी हुई है, तो आप अपने फोन को पैâक्टरी रीसेट करके डिफॉल्ट सेटिंग को रिस्टोर कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें फैक्टरी रीसेट करने से पहले अपने डाटा का बैकअप बना लें क्योंकि यह आपके फोन से सभी मौजूद डाटा को डिलीट कर देगा।
सॉफ्टवेयर अपडेट करें:
अपने फोन के सॉफ्टवेयर को लेटेस्ट अपडेट से अपग्रेड करें। सॉफ्टवेयर अपडेट बग्स को फिक्स करने के साथ-साथ फोन की सिक्योरिटी को भी बढ़ाता है।
यदि इन सामान्य उपायों के इस्तेमाल से आपकी प्रॉब्लम बनी हुई है या आपको लगता है कि आपका फोन सीरियसली हैक हो गया है, तो आप एक टेक्निकल एक्सपर्ट या अपनी फोन कंपनी की सहायता लें।
आपका फोन आपकी जासूसी के लिए किसी एक्सपर्ट द्वारा भी हैक किया जा सकता है। ऐसे हालात में आपको पुलिस की साइबर सेल की भी मदद लेने में कतई हिचकिचाहट नहीं होनी चाहिए।