पि छले कई दिनों से ऐसी खबरें सामने आई, जहां नवजात बच्चे इलाज के अभाव में दम तो़ड़ते दिखाई दिए। दुर्भाग्य की बात तो यह है कि स्वास्थ्य व्यवस्था की ऐसी बदहाल अवस्था भाजपा शासित राज्यों में ही अधिक हैं। यूपी हो या एमपी या फिर बिहार, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था ने एक बार फिर से सवाल खड़े कर दिए हैैं। हाल ही में मध्य प्रदेश के सीधी जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गर्भवती महिला को समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण परिजन हाथ ठेले से उसे अस्पताल ले जाने लगे, लेकिन देरी होने से महिला ने ठेले पर ही बच्चे को जन्म दे दिया। जन्म होने के कुछ मिनट बाद ही नवजात की मौत हो गई। अब इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है।
महिला ने ठेले पर दिया बच्चे को जन्म; हुई मौत
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के जिला मुख्यालय से महज २ किलोमीटर की दूरी पर रहने वाली महिला उर्मिला रजक प्रसव पीड़ा से परेशान थी। घरवालों ने एंबुलेंस को फोन लगाया, लेकिन एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। काफी देर इंतजार करने के बाद महिला का पति हाथ ठेले में ही पत्नी को अस्पताल लेकर निकल पड़ा लेकिन वे अस्पताल नहीं पहुंच पाए और प्रसव पीड़ा से परेशान महिला ने ठेले में ही बच्चे को जन्म दे दिया। जन्म देने के कुछ मिनट बाद ही बच्चे की मौत हो गई। अब इस घटना के वीडियो शेयर किए जा रहे हैं।
बच्चे की मौत से माहौल गरमाया
नवजात बच्चे की मौत होने के बाद मामले में राजनीति गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने ट्वीट कर इस मामले में चिंता जाहिर की है और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा, `सीधी में एक गर्भवती महिला को अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। परिवार को उसे सब्जी के ठेले पर अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां रास्ते में ही महिला ने बच्चे को जन्म दे दिया और बच्चे को बचाया नहीं जा सका। जब स्वास्थ्य मंत्री के गृह जिले में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की हालत इतनी खराब है तो पूरे प्रदेश की हालत को समझा जा सकता है।’