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शिंदे सरकार में ‘बेस्ट’ बेहाल …२४ महीनों में आई मात्र १०प्रतिशत बसें

बेस्ट ने ई-बस डिलिवरी में देरी के लिए
ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक को भेजा नोटिस

सामना संवाददाता / मुंबई
बेस्ट ने एसी सिंगल-डेकर बसों की आपूर्ति में देरी के लिए इलेक्ट्रिक बस निर्माता ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जून २०२२ में बेस्ट ने ओलेक्ट्रा को २,१०० बसों का ऑर्डर दिया था, जिसे कंपनी को १८-२४ महीनों के भीतर ऑर्डर पूरा करना था। बेस्ट के एक अधिकारी ने कहा कि समय सीमा लगभग पूरी हो जाने के बाद, बेस्ट को १०ज्ञ् से भी कम बसें प्राप्त हुई हैं। अधिकारी ने कहा, ‘अगर वे समय पर ऑर्डर पूरा नहीं करते हैं तो हम कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने के लिए मजबूर होंगे।’
बढ़ रही इलेक्ट्रिक बसों की मांग
ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि कंपनी ने मनपा को केवल १६० बसें दी हैं, अन्य १८ बसें लगभग एक सप्ताह में आने वाली हैं। बेस्ट अधिकारी ने कहा कि निर्माता समय पर डिलिवरी करने में असमर्थ हैं, क्योंकि इलेक्ट्रिक बसों की मांग बहुत अधिक है। बेस्ट के बेड़े में वर्तमान में ऑलेक्ट्रा द्वारा निर्मित १६० ई-बसें हैं। २,१०० बसों के लिए जून २०२२ के ऑर्डर का मूल्य ३,६७५ करोड़ रुपए था। बेस्ट का ओलेक्ट्रा के साथ १२ वर्षों में अन्य २,४०० इलेक्ट्रिक बसों के लिए वेट-लीज कॉन्ट्रैक्ट भी है। वेट-लीज मॉडल में ऑपरेटर वाहन और ड्राइवर प्रदान करता है और रख-रखाव और बीमा जैसे पहलुओं का ध्यान रखता है।
इस साल की शुरुआत में बेस्ट ने एक साल से अधिक की देरी के कारण दिल्ली स्थित कॉजिस ई-मोबिलिटी के साथ ७०० एसी डबल-डेकर ई-बसों की आपूर्ति का अनुबंध रद्द कर दिया था। नगरपालिका के पास चेन्नई स्थित वाहन निर्माता अशोक लीलैंड की सहायक कंपनी स्विच मोबिलिटी को २०० एसी डबल-डेकर ई-बसों का एक और ऑर्डर भी दिया गया है। ‘अब तक स्विच मोबिलिटी से इनमें से ५६ बसें आ चुकी हैं। हालांकि, यह भी सुचारू रूप से नहीं चल रहा है और हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं,’ ऐसा बेस्ट अधिकारी ने कहा। बेस्ट ३,०४० बसें संचालित करता है, जो प्रतिदिन ३० लाख यात्रियों को यात्रा कराती हैं। यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए इसे कम से कम ३,००० और बसों की आवश्यकता है।

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