मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिदहिसर में भाटलादेवी पालकी उत्सव

दहिसर में भाटलादेवी पालकी उत्सव

रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

अक्षय तृतीया के अवसर पर दहिसर-पूर्व भरुचा रोड स्थित भाटला देवी मंदिर में बुधवार शाम को पालकी उत्सव का आयोजन किया गया है। श्री भाटला देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी पंकज भाई बताते हैं कि मां की यह मूर्ति बहुत ही पुरातन है। शिवाजी कालीन वीर योद्धा चीमा जी अप्पा ने पुर्तगालियों से युद्ध करने के बाद इस देवी की मूर्ति को वसई से दहिसर लाया था। भाटला देवी की मूर्ति जहां स्थापित है उसके नीचे मीठे पानी का स्रोत है।  स्थानीय लोगों में इस मंदिर की बड़ी मान्यता है। लोगों का मानना है कि इस मंदिर में सच्चे दिल से मांगी गई हर मनोकामना पूर्ण होती है। इसलिए यहां भक्तों की हमेशा भीड़ लगी रहती है। यहां नवरात्र के समय भक्तों की भारी भीड़ देखी जाती है। अक्षय तृतीया के दिन मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी। इसलिए प्रति वर्ष इस दिन मंदिर में शाम को मां की बड़े धूमधाम से पालकी निकाली जाती हैं। दहिसर-पूर्व भाटला देवी मंदिर में भाटला देवी के अलावा भगवान गणेश, भगवान शंकर, हनुमान जी, राधा कृष्ण  तथा दत्तात्रेय की मूर्तियां विराजमान हैं। जिससे सप्ताह भर भक्तों का मंदिर में आना लगा रहता है। बुधवार शाम मंदिर में पालकी उत्सव के बाद महाभंडारे की व्यवस्था की गई है।

अन्य समाचार