मुख्यपृष्ठनए समाचारअखिलेश का 'प्रसाद' पाकर खुश हुए भीम निषाद !

अखिलेश का ‘प्रसाद’ पाकर खुश हुए भीम निषाद !

– बनाए गए सपा के राष्ट्रीय सचिव

-सुल्तानपुर से पहले घोषित किए गए थे उम्मीदवार, बाद में कट गया टिकट, जिस पर कर दी थी बगावत

-अब हुए शांत, मौजूदा प्रत्याशी रामभुआल से किया गिला-शिकवा दूर

विक्रम सिंह / सुल्तानपुर

देश की वरिष्ठतम सांसद व सुल्तानपुर की बीजेपी प्रत्याशी मेनका गांधी के खिलाफ सपा ने घेरेबंदी शुरू कर दी है। अभी तक अंतर्कलह जूझ रही समाजवादी पार्टी में उम्मीदवार चयन को लेकर व्यापक विद्रोह का सामना करना पड़ रहा था। पार्टी हाईकमान ने सवा माह पूर्व एकलव्य सेना प्रमुख युवा भीम निषाद को टिकट देकर मैदान में उतारा था। वे लालू यादव शैली में अपना प्रचार भी कर रहे थे कि अचानक उनकी जगह सपा ने गोरखपुर निवासी पूर्व मंत्री रामभुआल निषाद को मैदान में लाकर खड़ा कर दिया। इससे नाराज भीम ने भी बगावत कर दी और प्रचार जारी रखते हुए बागी रहकर चुनावी जंग लड़ने का मन बना लिया। इससे सपा के कार्यकर्ता बिखर गए। अंततः पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भीम की बगावत को गंभीरता से लिया। उन्हें अपने पास बुलाया और समझाया, बेहतर करने का आश्वासन दिया। इसी क्रम में उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय सचिव बनाए जाने का एलान किया गया। इज़के बाद भीम ठंडे पड़े। उन्होंने मौजूदा प्रत्याशी रामभुआल के साथ फोटो सेशन कराकर सबकुछ ठीक होने व नाराजगी दूर होने के संकेत दिए हैं। सपा जिलाध्यक्ष रघुवीर यादव ने भी दावा किया है कि हमारे संगठन में कोई नाराज नहीं है और इंडिया गठबंधन पूरी मजबूती से मैदान में उतर पड़ा है।

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