सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की असंवैधानिक सरकार भ्रष्टाचार करने से बाज नहीं आ रही है। गत ढाई वर्षों में लाखों करोड़ रुपयों के भ्रष्टाचार के आरोप में घिरी सरकार को शर्म नहीं आ रही है। मुंबई में सड़कों के कंक्रीटीकारण योजना के तहत लगभग ६.५ हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपों में फंसी ‘घाती’ सरकार फिर से लगभग उतने ही बड़े ‘सड़क कंक्रीटीकरण घोटाला’ करने पर उतारू है। सीएम शिंदे ने मुंबई मनपा के माध्यम से इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मनपा फिर ६ हजार करोड़ रुपए की सड़क कंक्रीटीकरण की योजना लेकर आने वाली है। सरकार की ओर से इसके लिए मुंबई मनपा को प्रोजेक्ट बनाने का निर्देश दिया गया है। जल्द ही इस संबंध में टेंडर आमंत्रित किए जाने की सूचना है।
अवैध सरकार के इस महा घोटाले को लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता आदित्य ठाकरे ने सरकार को कड़ी चेतवानी दी है कि इस तरह के घोटाले मुंबईकर बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मनपा मुंबईकरों के टैक्स के पैसे को भाजपा-शिंदे सरकार के ठेकेदार मित्रों के लिए बर्बाद नहीं कर सकती है। दोषियों को सजा दिलाने के लिए हम कोर्ट में भी जाएंगे। उन्होंने कहा कि २०२३ में लगभग ४०० किमी सड़कों के कंक्रीटीकरण के लिए ६,०८० रुपए का सड़क घोटाला किया गया था, जिसे हमने उजागर किया था। इसमें गिनी-चुनी कंपनियों को एक कार्टेल के तहत ठेका दिया गया। इसका काम भी शुरू नहीं हुआ। अब तक मात्र १५ से २० प्रतिशत ही काम हुआ है। इस ठेके के काम में देरी करने वाले व काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई भी नहीं की गई और न ही मनपा के भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की गई।
मुंबई में सड़कों के कंक्रीटीकारण योजना के तहत लगभग ६.५ हजार करोड़ रुपए के घोटाले के आरोपों में फंसी ‘घाती’ सरकार फिर से करीब उतने ही बड़े ‘सड़क कंक्रीटीकरण घोटाला’ करने पर उतारू है। सीएम शिंदे ने मुंबई मनपा के माध्यम से इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
खुली लूट के खिलाफ जाएंगे कोर्ट … आदित्य ठाकरे की चेतावनी
शिवसेना नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि यह हमारे शहर की खुली लूट है। हमारी जल्द ही बनने वाली सरकार न केवल सभी कामों को रद्द करेगी, बल्कि इन घोटाले के कामों के लिए भुगतान को भी रोकेगी। हम इन घोटालों की पूरी और निष्पक्ष जांच भी शुरू करेंगे और चाहे कोई भी हो, दोषियों को कोर्ट में भी खींचेंगे! उन्होंने कहा कि पिछले दो वर्षों से यह सरकार लगातार घोटाले कर रही है। मुंबई की जमीनों और मनपा के पैसे पर उसकी काली नजर है। रेसकोर्स में घोड़ों के निजी स्वामित्व वाले अस्तबल पर मुंबई के १०० करोड़ रुपए खर्च करने जैसी बेकार सड़क को मनपा ने मंजूरी दी है। इतना ही नहीं, अवैध सीएम मुंबई को केवल पैसा बनाने वाली मशीन के रूप में देखते हैं। जिस मुंबई को हम प्रेम करते हैं और इसकी सेवा करते हैं उसकी ओर इन लोगोें का नजरिया बिल्कुल विपरीत है।