सामना संवाददाता / पटना
बिहार विधानसभा उपचुनाव को लेकर राज्य में सियासी पारा काफी हाई हो गया है। उम्मीदवारों के चयन से लेकर चुनावी मुद्दों पर अलग-अलग दलों के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं, जिसके बाद अब तरारी विधानसभा सीट से एनडीए के उम्मीदवार सुनील पांडेय के बेटे विशाल पांडेय पर सियासी वॉर-पलटवार का दौर शुरू हो गया है। दशहरा के दिन विशाल पांडेय ने हथियारों की पूजा करते हुए अपनी तस्वीर सोशल मीडिया में शेयर की थी, जिसके बाद आरजेडी ने सवाल खड़े किए हैं।
आरजेडी ने कार्बाइन हथियार को लेकर भी बीजेपी और नीतीश कुमार पर हमला बोला और कहा कि बिना लाइसेंस हथियार कहां से आए। इस बारे में आरजेडी ने ‘एक्स’ पर लिखा कि ‘मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यह बताना चाहिए कि हिस्ट्रीशीटर और भाजपा नेता सुनील पांडेय के बेटे के पास कार्बाइन वैâसे आ गई? नीतीश कुमार के निर्देश और सहमति पर रणवीर सेना के समय से अब तक छुपाकर रखा था क्या? इसका तो लाइसेंस भी नहीं मिलता। कुछ दिन पहले बिहार पुलिस खुद ही जब्त की गई एके ४७ को गायब कर नीतीश कुमार ने अपने एक नवरत्न को रिहा किया है। यही है नीतीश-भाजपा का असली कानून का राज! जो सत्ताधारियों का दे साथ। उसके सौ खून माफ! वर्ना शराब की एक खाली बोतल दिखाकर। पूरी जिंदगी जेल में साफ।’ बता दें कि बीजेपी ने बाहुबली नेता सुनील पांडेय के पुत्र विशाल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। यह चर्चा लंबे समय से थी कि सुनील खुद चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। इसके बजाय, उनके बेटे को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।