-एनकाउंटर मामले की हो न्यायिक जांच
-नेता प्रतिपक्ष विजय वडेट्टीवार की मांग
सामना संवाददाता / मुंबई
बदलापुर अत्याचार मामले के आरोपी अक्षय शिंदे को मौत की सजा दी जानी चाहिए। लेकिन बीजेपी ने आरएसएस से जुड़े लोगों को बचाने के लिए शिंदे का एनकाउंटर कर दिया है, यह आरोप नेता प्रतिपक्ष वडेट्टीवार ने लगाया। अक्षय शिंदे स्कूल के ट्रस्टियों के कारनामे को उजागर कर सकता था, लेकिन उसे बर्खास्त कर दिया गया था। इसलिए विजय वडेट्टीवार ने मुठभेड़ मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
वडेट्टीवार मुंबई स्थित अपने सरकारी आवास पर प्रेस वार्ता के दौरान उक्त मांग की।
वडेट्टीवार ने कहा कि बदलापुर यौन उत्पीड़न मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई। इस घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि जब आरोपी अक्षय शिंदे को तलोजा से ले जाया जा रहा था। उस समय पुलिस द्वारा जेल में बंद अक्षय शिंदे ने पुलिस से बंदूक छीन ली और पुलिस पर गोली चला दी। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चला दी, जिसमें अक्षय शिंदे की मौत हो गई। दरअसल, मुख्यमंत्री ने कहा था कि उसे दो महीने में फांसी दे दी जाएगी। क्या यही उनके क्रियान्वयन का तरीका है? अक्षय शिंदे को जेल से ले समय का एक वीडियो सामने आया है। इसमें उसके चेहरे पर नकाब लगा हुआ है और हाथों में बेड़ियां बंधी हुई हैं। यदि उसे उसी हालत में गाड़ी में बिठाया गया तो उसने हथकड़ी लगे हाथों से बंदूक कैसे खींची? क्या उसे गाड़ी से उतारते समय उसके बार्इं और दाईं ओर पुलिसकर्मी बैठे थे? अगर वे बैठे थे तो आरोपी का हाथ पुलिस की बंदूक के पास कैसे पहुंच गया? आरोपी ने बंदूक का लॉक कैसे खोला? अधिकारियों ने कितनी दूर से गोलियां चलार्इं, जिससे वह घायल हो गया? ये सवाल वडेट्टीवार ने उठाया था। वडेट्टीवार ने आगे कहा कि पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट हास्यास्पद है।