सामना संवाददाता / मुंबई
महायुति के नेता दावा कर रहे हैं कि महायुति एक है, लेकिन एक भाजपा नेता ने इस दावे की हवा निकाल दी है। उल्हासनगर भाजपा जिला अध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी ने अपनी ही सरकार पर तंज कसते हुए का कि जिन्हें गद्दार कहते हैं, उसे मुख्यमंत्री बना देते हैं! प्रदीप रामचंदानी ने यह भी कहा कि समय बदलते ही राजनीति की परिभाषा बदल जाती है।
उल्हासनगर में भाजपा की एक बैठक हुई थी। तब भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप रामचंदानी ने कहा कि जमनु जी ने कहा था कि कुछ गद्दारों ने जीवन इदनानी को वोट नहीं दिया इसलिए वे महापौर नहीं बने। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि अब कोई गद्दार नहीं है। जिनको हम गद्दार कहते हैं वो मुख्यमंत्री बन जाते हैं इसलिए अब राजनीति की परिभाषा बदल गई है। इसके साथ ही रामचंदानी ने यह भी कहा कि जिन्हें हम कल गद्दार कहते थे, वे हमारी पार्टी में शामिल हो गए हैं। इसके बाद हम ही उन्हें खुद्दार कह रहे हैं।
महायुति के दावे खोखले
सिर्फ उल्हासनगर ही नहीं, बल्कि राज्य में कई जगहों पर महायुति में विवाद और बगावत की खबरें सामने आ चुकी हैं। भाजपा ने माहिम में मनसे उम्मीदवार अमित ठाकरे को समर्थन देने का एलान किया है, जबकि घाती गुट के सदा सरवणकर ने अपनी उम्मीदवारी वापस लेने से इनकार कर दिया है। साथ ही एकनाथ शिंदे अपने उम्मीदवार के साथ मजबूती से खड़े हैं। वहीं भाजपा ने नवाब मलिक की उम्मीदवारी का विरोध किया है, लेकिन अजीत पवार के मलिक को एबी फॉर्म देने से भाजपा को मुंह की खानी पड़ी है। देवेंद्र फडणवीस को कहना पड़ा कि हम मलिक का प्रचार नहीं करेंगे। भाजपा के अंदर ही बगावत को पार्टी भी नहीं रोक पाई। पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने बगावत करते हुए बोरीवली से अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है और अपनी उम्मीदवारी पर अड़े हुए हैं।
शिंदे गुट ने काम न करने की दी चेतावनी
शिंदे गुट युवा नेता विक्की भुल्लर ने चेतावनी दी है कि जब तक भाजपा नेता प्रदीप रामचंदानी माफी नहीं मांगेंगे, तब तक शिंदे गुट का कोई भी कार्यकर्ता या पदाधिकारी भाजपा उम्मीदवार कुमार आयलानी का चुनाव प्रचार का काम नहीं करेगा। प्रदीप रामचंदानी के गद्दारी वाले बयान से शिंदे गुट और भाजपा में तल्खी बढ़ गई है।