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लोकतंत्र का दमन कर रही है भाजपा सरकार! …आदित्य ठाकरे ने ईवीएम गड़बड़ी पर बोला हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा सरकार लोकतंत्र का दमन कर रही है। संस्थाओं को कमजोर करने और खत्म करने का काम हो रहा है। लोकसभा में जनता ने जो पैâसला दिया, उसे भी कुचलने का प्रयास किया गया। ईवीएम की गड़बड़ी की ओर इशारा करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने भाजपा और महायुति सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि उक्त सभी घटनाओं के विरोध में महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने पहले दिन विधानसभा सदस्यता की शपथ न लेने का निर्णय लिया। ईवीएम के खिलाफ कदम उठाते हुए लोकतंत्र की रक्षा के लिए लॉन्ग मार्च की शुरुआत करने का इशारा भी आदित्य ठाकरे ने दिया।
बता दें तीन दिवसीय विशेष सत्र में नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण चल रहा था। इस दौरान महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने ईवीएम और मारकडवाड़ी में दर्ज मामलों के विरोध में शपथ ग्रहण का बहिष्कार किया और विधान भवन की सीढ़ियों पर प्रदर्शन किया। विधान भवन की सीढ़ियों पर महाविकास आघाड़ी के नेता ‘लोकतंत्र जिंदाबाद, नारे लगाते हुए खड़े थे। प्रदर्शन में आदित्य ठाकरे, जितेंद्र आव्हाड, नाना पटोले, विजय वडेट्टीवार, सुनील प्रभु, अजय चौधरी, संजय पोतनीस, वरुण सरदेसाई समेत अन्य नेता शामिल थे।

बहुमत से चुनी सरकार में नहीं है उत्साह! -आदित्य ठाकरे

जब कोई सरकार इतने बहुमत से चुनी जाती है तो आम तौर पर उत्साह और जश्न का माहौल होता है, लेकिन यहां ऐसा कुछ नहीं दिख रहा। यह बहुमत जनता ने दिया है, चुनाव आयोग ने दिया है या ईवीएम ने, यह सवाल उठना स्वाभाविक है। कल विधानभवन के बाहर शिवसेना नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने मीडिया के साथ बातचीत के दौरान ये बातें कहीं। आदित्य ठाकरे ने कहा कि सोलापुर जिले के मारकडवाड़ी गांव में स्थानीय जनता ने चुनाव परिणामों के बाद मॉकपोल की मांग की थी। इसकी पूरी तैयारी हो चुकी थी और इस मांग को वहां जीतने वाले उम्मीदवारों का भी समर्थन प्राप्त था। यह मॉकपोल जनता के मन में उठ रहे सवालों का उत्तर देने वाला था। वोट और ईवीएम के बीच के अंतर को दिखाने के लिए यह एक बड़ा कदम माना जा रहा था, लेकिन सरकार ने इस पर रोक लगा दी। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि हमने कई बार दिखाया है कि पोस्टल बैलट और ईवीएम के मतों में आई असमानता से भी उजागर होता है कि किसे कितना मत मिल सकता है। लेकिन अब मारकडवाड़ी में कर्फ्यू लगाया गया और २० लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि हम लोकतांत्रिक तरीके से जीतकर आए हैं, लेकिन ईवीएम को लेकर हमारे मन में जो शंका है, उस पर हम कायम हैं। चुनाव आयोग पर भी जो सवाल हैं, उन्हें हम उठा रहे हैं। इसी के विरोध में हमने शपथ नहीं ली। यह लोकतंत्र की रक्षा के लिए हमारे मोर्चे की शुरुआत है।

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