पहले दस सालों का हिसाब दे भाजपा
संजय दीना पाटील का सीधा सवाल
धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
ईशान्य मुंबई लोकसभा क्षेत्र से बीते पांच सालों से भाजपा के सांसद, विधायकों और नगरसेवकों का कब्जा रहा है, लेकिन वे अपने क्षेत्र की समस्याओं को सुलझाने में नाकामयाब रहे हैं। इससे यहां की जनता में न केवल भाजपा के प्रति भारी नाराजगी है। इतना ही नहीं, यहां की जनता साफ कह रही है कि भाजपा और उसके प्रत्याशी को मतदान मांगने का अधिकार ही नहीं है। इस तरह का वक्तव्य महाविकास आघाड़ी में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के प्रत्याशी संजय दीना पाटील ने दिया। इसके साथ ही उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस बार जनता भाजपा को उसकी जगह दिखा देगी। उन्होंने यह भी मांग की कि भाजपा दस सालों तक किए गए विकास कार्यों का हिसाब दें।
उल्लेखनीय है कि ईशान्य मुंबई से शिवसेना टिकट पर संजय दीना पाटील चुनाव मैदान में उतारा गया है। उनके धुआंधार चुनावी प्रचार अभियान, रैलियों और सभाओं से विरोधियों की पसीने छूटने लगे हैं। इसी के चलते भाजपा और उनके नेता उल-जुलूल बयानबाजी करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसका संजय दीना पाटील बेखौफ जवाब भी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि क्रीड़ा संकुल, अस्पताल का निर्माण कराने में फेल होनेवाले मिहिर कोटेचा ने मुलुंड में पिछले पांच सालों में क्या किया है। मुलुंड में छह नगरसेवक, सांसद और विधायकों के होते हुए भी धारावीकरों का पुनर्वास यहां हो रहा है। मुलुंड, कांजुरमार्ग और शिवाजीनगर के डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा सांसद मनोज कोटक नहीं हल कर सके, इसलिए लोकसभा चुनाव में मुलुंडवासी भाजपा को जगह दिखाए बिना नहीं मानेंगे।
मिहिर कोटेचा ने लगाया था आरोप
बता दें कि मिहिर कोटेचा भाडुंप परिसर में आयोजित सभा में मविआ प्रत्याशी संजय दीना पाटील पर कई आरोप लगाए थे। इसपर संजय दीना पाटील ने उसपर जवाबी हमला किया। उन्होंने कहा है कि डंपिंग ग्राउंड का मुद्दा वे नहीं हल कर सके। इन्होंने अब तक लोगों के स्वास्थ्य के साथ खेलने का काम किया है। मराठी बस्तियों वाले क्षेत्रों से उनके जनप्रतिनिधि चुने जाते हैं। इसके बावजूद वे इस क्षेत्र की समस्याओं को नहीं सुलझा सके। एक ही क्रीडा संकुल का भूमिपूजन दो बार किया गया, लेकिन पांच सालों में भाजपा एक र्इंट भी नहीं लगा सकी।
सबसे विकट है ट्रैफिक समस्या
संजय दीना पाटील ने कहा कि इस लोकसभा क्षेत्र में ट्रैफिक की समस्या सबसे विकट है। यहां भारी प्रदूषण के कारण लोग कई गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। विधायक रहते हुए मिहिर कोटेचा इसे लेकर किसी तरह के उपाय नहीं कर पाए हैं। पीएमजीपी के चार सौ से ज्यादा लाभार्थी पिछले तीन सालों से अधिक समय से किराए के मकान में रह रहे हैं। इसे लेकर भी कोटेचा ने कुछ नहीं किया। संजय दीना पाटील ने कहा कि अब मतदान के दिन नजदीक हैं, इसलिए कोटेचा को लोगों की समस्याएं दिखनी शुरू हो गई हैं। केंद्र और राज्य में उनकी सत्ता होते हुए भी ईशान्य मुंबई में एक भी समस्या को हल नहीं कर सके हैं। हालांकि, कोटेचा इसका ठीकरा अब विरोधियों पर फोड़ने लगे हैं।
खेला जा रहा है मराठी-गुजराती कार्ड
चुनाव में अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में अब सभी उम्मीदवार पदयात्रा और सभाओं पर जोर दे रहे हैं। भाजपा आरोप लगाते हुए मराठी और गुजराती का कार्ड खेल रही है, लेकिन संजय दीना पाटील ने अपना अभियान जातिवाद से परे केंद्रित किया है। कल उनकी पदयात्रा कांजूर इलाके में निकाली। पदयात्रा शिंदे मैदान, प्रताप नगर से शुरू हुई। पदयात्रा के दौरान कांजूरमार्ग पर संजय पाटील का जोरदार स्वागत किया गया।
दादी के आशीर्वाद से भावुक हुए संजय पाटील
ईशान्य मुंबई लोकसभा के मविआ उम्मीदवार संजय दीना पाटील के प्रचारार्थ कल कांजुरमार्ग इलाके में पदयात्रा का आयोजन किया गया। इसी दौरान एक दादी ने संजय के चेहरे को छुआ और प्यार से उनके सिर पर हाथ फिराया। उस समय संजय पाटील काफी भावुक हो गए। दादी के स्पर्श से उन्हें अपनी मां की याद आ गई। इसके कारण पदयात्रा में कुछ देर के लिए सन्नाटा छा गया।