सामना संवाददाता / नई दिल्ली
केंद्र की भाजपा सरकार भले ही देश में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का दावा करती हो लेकिन सरकारी स्कूलों से जुड़े आंकड़े कुछ और ही स्थिति बयां कर रहे हैं। हाल ही में जारी आंकड़ों ने भाजपा सरकार की पोल खोलकर रख दी है। आंकड़े बताते हैं कि उत्तर प्रदेश के तकरीबन २६ हजार तो मध्य प्रदेश में तकरीबन २२ हजार सरकारी स्कूलों पर ताला लटकने की नौबत आ गई है। दोनों ही राज्यों की भाजपा सरकार के इस पैâसले पर अब सवाल खड़े किए जा रहे हैं। दोनों ही राज्यों की भाजपा सरकार बदहाल स्कूलों में सुधार कर उन्हें बेहतर बनाने के बजाए इन्हें बंद करने की योजना बना रही है जो कि एक दम अनुचित है। ऐसे में गरीब बच्चे आखिर कहां जाएंगे? ऐसे सवाल सोशल मीडिया पर किए जा रहे हैं।
भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश २७ हजार सरकारी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है, फैसला अमल में आने के बाद विभाग जल्द ही इन स्कूलों पर ताला जड़ देगा। बताया जा रहा है कि सरकार को यह फैसला छात्रों की घटती संख्या के कारण लेना पड़ रहा है। वहीं एमपी में भी सरकारी स्कूल बंद होने की कगार पर हैं।