सामना संवाददाता / नगर
आज देश में तस्वीर बदल रही है। कुछ ताकतें देश को ५० साल पीछे ले जाने की कोशिश कर रही हैं। जाति-धर्म से आम लोगों के बीच संघर्ष कराया जा रहा है। देश की सत्ता पर काबिज राजनीतिक दल अपनी ताकत का इस्तेमाल देश के मेहनतकश और छोटे वर्गों के लोगों में जाति और धर्म के नाम पर समाज में विभाजन पैदा करने का प्रयास कर तथा लोगों को गुमराह कर रहे हैं। इस तरह आज राष्ट्रवादी कांग्रेस के अध्यक्ष शरद पवार ने भाजपा पर हमला बोला।
हमाल मथाड़ी महामंडल का २१वां राज्य अधिवेशन नगर में संपन्न हुआ। इस अधिवेशन में शरद पवार बोल रहे थे। अध्यक्ष के तौर पर कामगार नेता डॉ. बाबा आड़ाव उपस्थित थे। इस मौके पर शरद पवार ने विभिन्न मुद्दों पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। नगर जिले को प्रगतिशील जिले के तौर पर जाना जाता है, लेकिन शेवगांव में पिछले कुछ दिनों से तनाव बना हुआ है। तीन दिन के लिए शहर का बाजार बंद है। कुछ ताकतों द्वारा सामाजिक वैमनस्यता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। दंगे करवाए जा रहे हैं। हमें ऐसी ताकतों से मुकाबला करना है। शरद पवार ने आशंका जताई कि अगर यह संघर्ष नहीं किया गया तो मेहनतकश और मजदूरों का जीवन बर्बाद हो जाएगा। शरद पवार ने कहा कि शनिवार को बंगलुरु में थे, वहां कांग्रेस की सत्ता आ गई है। कई वर्षों तक वहां शासन करने वाले लोगों ने लोगों में नफरत बढ़ाने का काम किया। फिर भी दावे किए गए कि कर्नाटक चुनाव में सत्ताधारी जीत जाएगा। यह विफल रहा और समाज के एक छोटे से वर्ग धनगर समुदाय का एक व्यक्ति वहां का मुख्यमंत्री बना। यह केवल मेहनतकश लोगों और छोटे घटकों की एकता के कारण ही हो सका। शरद पवार ने भाजपा विरोधी एकता को दोहराते हुए कहा कि अगर कर्नाटक ऐसी एकता दिखा सकता है तो देश के दूसरे राज्यों में ऐसा क्यों नहीं हो सकता?
हमाल-मथाड़ी एक्ट को कमजोर करने की कोशिश कर रही भाजपा
मेहनतकश हमाल माथाड़ी की सुरक्षा के लिए हमने कई नए कानून बनाए। शरद पवार ने आरोप लगाया कि भाजपा मजदूरों की रक्षा करने वाले कानूनों पर हमला करने का काम कर रही है। देश में पहली बार महाराष्ट्र में मथाड़ी-हमाल एक्ट लागू किया गया। यह कानून मजदूरों को सम्मानजनक जीवन की गारंटी देता था, लेकिन अब कुछ पर मथाड़ी एक्ट का भी शिकंजा कसा जा रहा है। कुछ मालिक वर्ग की मानसिकता अब यह बनती जा रही है कि संपत्ति पैदा करने और उसे अपने पास रखने का अधिकार सिर्फ हमारा है और काम करने वालों को बस काम करते रहना चाहिए। इसलिए मथाड़ी श्रम कानून पर हमला हो रहा है, लेकिन इन कोशिशों को नाकाम किया जाना चाहिए। शरद पवार ने कहा कि इसके खिलाफ मेहनतकश लोगों को एकजुट होना होगा।