• बोले, पत्रकारों को ढाबे पर ले जाकर चाय पिलाएं, खिलाएं खाना
• ताकि वर्ष २०२४ तक भाजपा के खिलाफ एक भी खबर न छपे
सामना संवाददाता / पुणे
लगातार बेतुकी बयानबाजी के कारण विवादों में रहनेवाले भाजपा के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले एक बार फिर नए विवाद में फंस गए हैं। बावनकुले ने भाजपा पदाधिकारियों को एक अजीब सलाह दी। बावनकुले ने कहा कि पत्रकारों को चाय पीने के लिए ले जाएं, पत्रकारों को किसी ढाबे पर खाना खिलाने ले जाएं। ताकि वे २०२४ तक भाजपा के खिलाफ एक भी खबर न छापें। उन्होंने कहा कि पत्रकारों को चाय पिलाने का मतलब आप समझ गए होंगे।
बता दें कि भाजपा द्वारा ढाबे पर पत्रकारों की औकात ढाबे तक बताकर उनका अपमान करने के मामले की हर तरफ निंदा हो रही है। विपक्षी दलों और विभिन्न पत्रकार संगठनों ने बावनकुले के इस बयान का कड़ा विरोध किया है। रविवार को शहर के सावेडी में चंद्रशेखर बावनकुले की उपस्थिति में भाजपा पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इस दौरान बावनकुले ने उक्त बेतुका बयान दिया। उनके बयान की ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद बवाल मच गया है। हर तरफ निषेध व्यक्त किया जा रहा है।
बावनकुले की बेतुकी बकबक
१) सुनिश्चित करें कि २०२४ तक कोई भी अखबार में भाजपा विरोधी खबर न आए। भाजपा के बारे में सभी सकारात्मक खबरें आनी चाहिए।
२) जिस बूथ पर आप काम करते हैं, वहां के पत्रकार कौन हैं, इसका पता लगाएं। प्रिंट और
इलेक्ट्रॉनिक मीडियावालों, पोर्टल वालों को चाय पर ले जाओ।
३) चाय पर बुलाना, मतलब तो आप समझ ही गए होंगे। यहां तक कि पत्रकारों को रात के खाने के लिए ढाबे पर भी ले जाएं।
फडणवीस ने किया बावनकुले का बचाव
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने बावनकुले के बयान का समर्थन किया हैं। बावनकुले यहां व्यंग्यात्मक रूप से बोल रहे थे। उनके बयानों का गलत अर्थ न निकाला जाए।
पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से काम न करने देना, यही भाजपा की नीति है -सुप्रिया सुले
लोकतंत्र में समाचार पत्र ही विरोधी पक्ष की भूमिका निभाते हैं। राजतंत्र पर अंकुश रखना समाचार पत्रों का काम है। लेकिन इस आवाज को अब दबाने का काम भाजपा प्रदेश अध्यक्ष कर रहे हैं। अपने कार्यकर्ताओं को यही सिखा रहे हैं। यह गंभीर और निषेधार्थ है।