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भाजपा हारेगी; कर्नाटक जाएगा कांग्रेस के हाथ! सिब्बल ने लगाया सिक्का

सामना संवाददाता / जबलपुर

हिजाब से लेकर हलाल तक तमाम हथकंडे अपनाने और पीएम मोदी, केंद्र सरकार तथा भाजपा द्वारा पूरा जोर लगाने के बाद भी इस बार भाजपा कर्नाटक से हाथ धो बैठेगी, ऐसे संकेत एबीपी न्यूज के लिए सी-सर्वे द्वारा हाल ही में किए गए सर्वे में मिले थे। अब पूर्व कांग्रेसी वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य व एडवोकेट कपिल सिब्बल ने भी दृढ़ विश्वास के साथ दावा किया है कि इस बार भाजपा कर्नाटक में हार जाएगी तथा वहां कांग्रेस की सरकार बनेगी। सिब्बल ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कर्नाटक में अगले महीने होने वाला विधानसभा चुनाव हार जाएगी।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल से जबलपुर में कांग्रेस की संभावनाओं के बारे में सवाल किया गया था। उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा, ‘अगर मैं कहूंगा कांग्रेस जीतेगी तो आप बोलेंगे कि मैं कांग्रेसी हूं। लेकिन कर्नाटक में भाजपा नहीं जीतेगी।’ सिब्बल ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक में भाजपा से सत्ता छीन लेगी। विपक्षी दलों के नए मोर्चे के गठन पर सिब्बल ने कहा, ‘साझा एजेंडा होना चाहिए। सभी दलों को एक साथ आना चाहिए और मैं व्यक्तिगत रूप से इस तरह के गठबंधन को बनाने के लिए इस दिशा में काम करने की कोशिश करूंगा।’ वरिष्ठ वकील ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ७५ साल की उम्र में उनकी चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह पूछे जाने पर कि क्या वह फिर कभी कांग्रेस में शामिल होंगे, सिब्बल ने कहा, ‘मैंने कांग्रेस छोड़ी है, लेकिन उसकी विचारधारा से जुड़ा हूं।’
गौरतलब हो कि मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह के खिलाफ शनिवार (२९ अप्रैल) को मानहानि मामले में कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील विवेक तन्खा ने जबलपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अपना बयान दर्ज करवाया है। इस दौरान तन्खा की पैरवी करने जबलपुर कोर्ट में वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कर्नाटक के विधानसभा चुनाव को लेकर उक्त बातें कहीं। पीएम मोदी के ‘मन की बात’ के १००वें एपिसोड पर वरिष्ठ अधिवक्ता ने कहा कि मोदी जी कभी महिलाओं के मन की बात भी सुन लें।

यह है जबलपुर का मामला
पंचायत चुनाव के दौरान ओबीसी आरक्षण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक केस चल रहा था। इसके बावजूद शिवराज सरकार पंचायत चुनाव में ओबीसी वर्ग को २७ज्ञ् आरक्षण नहीं दे पाई थी। मतलब ये कि सुप्रीम कोर्ट में शिवराज सरकार केस हार गई थी। उस वक्त भाजपाई सरकार के तीनों दिग्गज नेताओं ने अपनी हार का जिम्मेदार विवेक तन्खा को माना था और चुनावी भाषण के दौरान उन पर आरोप लगाए थे। अपने ऊपर लगे इन आरोपों को गलत बताते हुए विवेक तन्खा ने उस वक्त सीएम शिवराज, वीडी शर्मा और भूपेंद्र सिंह को लीगल नोटिस भेजा था, जिसमें उनसे माफी मांगने को कहा गया था।

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