-निर्माताओं पर फूटा केदार दिघे का गुस्सा
सामना संवाददाता / ठाणे
क्या बालासाहेब ठाकरे की मूल शिवसेना पर हमला करने के लिए नकली डायलॉग लिखकर फिल्म में दिघे साहेब की छवि का उपयोग करना शिंदे और निर्देशक प्रवीण तारडे की भाजपा नीति है? ऐसा सवाल धर्मवीर आनंद दिघे के भतीजे और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ठाणे जिलाप्रमुख केदार दिघे ने पूछा है। साथ ही उन्होंने एक बार फिर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर फिल्म धर्मवीर-२ की मंशा पर हमला बोला है। दिघे साहब ने ऐसी इंडस्ट्री बर्दाश्त नहीं की होती, ऐसा भी दिघे ने कहा है।
बता दें कि जिस शिवसेना संगठन के लिए धर्मवीर आनंद दिघे ने अपना संपूर्ण जीवन बलिदान कर दिया। क्या शिंदे और निर्देशक प्रवीण तारडे फिल्म धर्मवीर में उसी हिंदू राजा बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना पर हमला करने वाले संवाद लिखकर मूल शिवसेना को बदनाम करने के लिए दिघे साहेब की छवि का उपयोग कर रहे हैं? क्या यही उनकी भाजपा नीति है? ऐसा सवाल शिवसेना के जिलाप्रमुख केदार दिघे ने उठाया है। आप धर्मवीर-२ फिल्म का ट्रेलर देखेंगे तो फिल्म में ‘मातोश्री’, उद्धव ठाकरे और बालासाहेब ठाकरे की असली शिवसेना को खत्म करने के लिए डायलॉग लिखे गए हैं। केदार दिघे ने यह भी सवाल उठाया है कि फिल्म के ट्रेलर में दिखाए गए संवादों और दिघे साहब के मूल जीवन के बीच क्या कोई संबंध है? उन्होंने इस फिल्म के उद्देश्य पर सवाल उठाते हुए फिल्म में दिघे साहेब के मुंह में गलत संवाद देकर धर्मवीर आनंद दिघे साहेब की छवि को धूमिल करने का प्रयास है, ऐसा भी कहा है।