कई पदाधिकारी पार्टी से किए गए निलंबित
सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा की पूर्व सांसद पूनम महाजन और चांदिवली विधानसभा के अध्यक्ष प्रकाश मोरे गुट की बगावत जग-जाहिर है। पूनम महाजन के साथ अधिकांश चांदिवली के भाजपा कार्यकर्ता थे, लेकिन चुनाव में पूनम महाजन का टिकट कटने के बाद वे बगावत पर उतर आए। प्रकाश मोरे गुट का आरोप है कि पूनम महाजन के समर्थकों ने चुनाव में उज्जवल निकम के लिए काम नहीं किया और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगे रहे। जिसके परिणामस्वरुप भाजपा बुरी तरह हार गई और वर्षा गायकवाड चुनाव जीत गर्इं। इसके बाद से ही प्रकाश मोरे गुट पूनम महाजन के समर्थकों को सबक सिखाने के लिए खुलेआम मैदान में उतर गया था। वरिष्ठ नेताओं की शह पाते ही चांदिवली विधानसभा के अध्यक्ष प्रकाश मोरे ने लोकसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के लिए काम नहीं करने का आरोप लगाते हुए १२ पदाधिकारियों को पार्टी से बाहर कर नई नियुक्तियां की हैं।