मैं ‘दोपहर का सामना’ के माध्यम से रेल विभाग का ध्यान डोंबिवली आरक्षित रेल टिकट की खिड़कियों की तरफ आकर्षित करना चाहता हूं। स्कूल बंद होने से गांव जाने का सीजन शुरू होने से पहले ही रेल टिकट की खिड़कियों पर दलालों का जमावड़ा दिखाई देने लगा है। आरक्षित टिकट की कालाबाजारी करने लिए ये दलाल रेलकर्मियों से मिलकर टिकटों की कालाबाजारी करते है। अप्रैल में गांव जाने के लिए जब लोग टिकट की खिड़कियों पर जाते हैं तो इन रेल टिकट खिड़कियों पर पहले से टिकट दलाल जमे रहते हैं और बाहरी लोगों से साथ लड़ाई-झगड़ा कर अपना नंबर पहले खिड़कियों पर लगाते है, जिससे लोगों को टिकट नहीं मिल पाता है। सुरक्षा में लगे आरपीएफ स्टाफ भी उन्हीं दलालों का पक्ष लेते हैं। इतना ही नहीं वे खुद ही टिकट निकालने के लिए दूसरों को खड़ा कर देते हैं। आरक्षित टिकट निकालने के लिए भी ये दलाल मनमानी पैसा मांगते है। हमारा निवेदन है कि रेल विभाग इन दलालों के खिलाफ कार्रवाई करे।
-चंदन कुमार, मुंबई