संतोष मधुसूदन चतुर्वेदी
करियर बनाइबे के फेर मै आजकल तीस-पैंतीस साल तलक के बच्च’न कौ बियाऔ नाँय है रह्यो? इक चौबीस बरस की छोरी के बापू कौं नजदीक के रिस्तेदार मोहन नें बियाऔ कौं एक रिस्तौ बतायौ की छोरा सैर मै नौक्री करै। देखबे मै मलूक हतै। ब्यौहारिक हू एॅ। मइया-बाप हू अच्छे औरु पइसा वारे एॅ। छोरा की उमर पच्चीस बरस एॅ, सबकछू अच्छौ एॅ।
छोरी के बापू बोले- बौ सब तौ ठीक एॅ, पर छोरा की कमाई कित्ती एॅ?
मोहन- तीस हजार रुपय्या। पइसा वारे परिवार सूं हतै।
छोरी के बापू- हूँ! सैर मै तीस हजार सौं का होबै? परिवार की कमाई सौं हमकूं का लेनौ-देनौ!!
मोहन- एक दूसरौ छोरा हू एॅ। देखबे मै ठीक-ठाक एॅ। तनख्वाह अच्छी! पच्चास हजार एॅ। सिर्फ बा की उमर थोरी ज्यादा हतै। बौ अट्ठाईस बरस कौ एॅ।
छोरी के बापू- पच्चास हजार? शहर मै फ्लैट हू बौ लै सवैâ का! सिरफ पच्चास हजार में? तौ मेरी छोरी कूं वैâसें खुश रख पाबेगौ बौ!
मोहन नें हिम्मत नाँय हारी औरु इक दूसरौ संबंध बतायौ। छोरा दिखबे मै ठीक-ठाक हतै। सिरफ थोरौ मौटौ एॅ। मगज सूं काम करबे के कारन थोरे से बार झर गये एॅ। तनख्वाह हू जादा हतै। इक लाख महीना। पर उमर मात्र बत्तीस साल एॅ!! देखो, अगर आप कूं जँचतौ होय तौ!
छोरी के बापू गुस्सा में बोले- का चाटनौ एॅ इक लाख पगार कौं? मेरी छोरी कूं तौ खूबसूरत ही छोरा ई चइयें। औरु बौऊ इकलौ रहबे वारौ या भौत छोटौ परिवार। कमाई हू जादा होनी चइयें, वरना छोरी कूं खुश वैâसें रखेगौ! मेरी छोरी हू कमाबै! कोऊ अच्छौ रिसतौ बताऔ। छोरा कम उमर कौ होय,….
ऐसे ही बातन मै तीन सौं पांच बरस निकस गये।
छोरी के बापू नें मोहन कूं बुलायौ।
मोहन बोलौ- अब मेरे पास आपकी छोरी लायक तीस सौं पैंतीस बरस वारे छोरा ही मेरी नजर मै हतै। आप बोलौ तौ बताओं।
छोरी के बापू- ‘कोऊ सौ छोरा बताऔ! या उमर मै कहूँ बियाऔ है जाबै! जे का कम बड़ी बात हतै! छोरी की उमर हू तौ उन्तीस/तीस है रई एॅ!! अब मेरी छोरी हू भौत बड़ी है गयी एॅ। तौ मैं जादा का उम्मीद रखौ।’
ऐसी बातें करकें छोरी-छोरन की जिनगी के संग खिलवार रोज है रहएॅ! आखिर मै समझौता ही करते देखौ जाबै! आप अपने आस-पास देखंगे, तौ भौत बार बियाऔ के बाद आदमी कौ सब कछु चलौ जाबै या लीये पईसन कूं ही एकमात्र आधार मत बनाऔ! सिरफ इक सवाल कौ उत्तर देओ की जब आपकौ बियाऔ भयो तब आप कितौ कमाते? आज आपके पास का नांयनें! छोरा-छोरी दोनों बराबर एॅ ऐसे बखत मै आपू थोरौ छोरी औरु छोरा के पीछें खड़े रहौ। पर छोरा-छोरिन के बियाऔ योग्य उमर मै करौ या होमन देओ।