– पूर्वानुमान में २० आधार अंकों की कटौती की
सामना संवाददाता / मुंबई
भाजपा सरकार देश में जोरदार विकास की बात करती रहती है। पर अब इनवेस्टमेंट बैंकर ‘गोल्डमैन सैक्स’ ने हिंदुस्थान की जीडीपी को लेकर अपने ग्रोथ रेट के अनुमान को घटा दिया है। ऐसे में कहा जा सकता है कि उसने हिंदुस्थान में जीडीपी की विकास दर पर ब्रेक लगा दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ‘गोल्डमैन सैक्स’ ने केंद्र सरकार द्वारा एक्सपेंडीचर में कमी का हवाला देते हुए इस साल और अगले साल के लिए हिंदुस्थान के सकल घरेलू उत्पाद के पूर्वानुमान में २० आधार अंकों की कटौती की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू वर्ष की डाउनग्रेडिंग अप्रैल-जून तिमाही के दौरान सरकारी खर्च में ३५ प्रतिशत साल-दर-साल कमी आ सकती है, जो सप्ताह भर चलने वाले आम चुनाव के साथ मेल खाती है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस कारण हिंदुस्थान की इकोनॉमी की ग्रोथ पहले से थोड़ी कम रह सकती है। हालांकि, इस महीने की शुरुआत में आरबीआई ने वित्त वर्ष २०२४-२५ के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट ७.२ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। मगर गोल्डमैन ने इसे घटकार ७ के नीचे कर दिया है। इसके पहले जून में लोकसभा चुनाव २०२४ के बाद पहली एमपीसी एलान में केंद्रीय बैंक ने २०२४-२५ के लिए वास्तविक जीडीपी ७.२ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था। आरबीआई ने २०२४-२५ की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी ७.१ प्रतिशत, दूसरी तिमाही में ७.२ प्रतिशत, तीसरी तिमाही में ७.३ प्रतिशत और चौथी तिमाही में ७.२ प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। यह इस साल की लगातार चार तिमाहियों के लिए ७.३ प्रतिशत, ७.२ प्रतिशत, ७.३ प्रतिशत और ७.२ प्रतिशत के पिछले अनुमान से थोड़ा अलग है। इस बीच रेटिंग फर्म आईसीआरए ने भी अनुमान लगाया है कि सरकारी पूंजीगत व्यय में कमी और शहरी उपभोक्ता विश्वास में गिरावट के बीच देश के सकल घरेलू उत्पाद का साल-दर-साल विस्तार वित्त वर्ष २०२५ की पहली तिमाही में छह तिमाहियों के निचले स्तर ६.० प्रतिशत पर आ जाएगा।