मुख्यपृष्ठअपराधभारत की सुरक्षा में सेंध, भारतीय सेनाओं का गोपनीय डेटा लीक! साइबरस्पेस...

भारत की सुरक्षा में सेंध, भारतीय सेनाओं का गोपनीय डेटा लीक! साइबरस्पेस में बिक्री के लिए रखा

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
कुख्यात साइबर अपराधी ने भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) सहित विभिन्न भारतीय बलों के अति-संवेदनशील और वर्गीकृत डेटा लीक होने का दावा किया है और इसे साइबरस्पेस में बिक्री के लिए रखा है। धमकी देने वाले अपराधी अवैध साइबर गतिविधियों में शामिल एक समूह या व्यक्ति हो सकते हैं, जो किसी संस्था या राष्ट्र के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। इस तरह की स्थिति से निपटने वाले एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि समूह या व्यक्ति ने ७० दस्तावेजों को ‘नमूने’ के तौर में रखा है, जिनका विश्लेषण ऐसे लीक को नियंत्रित करने, विश्लेषण करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए काम करने वाली विभिन्न एजेंसियों द्वारा किया गया है।
४० जीबी डेटा लीक होने का दावा
धमकी देने वाले अपराधी ने दावा किया है कि उसके पास ४० जीबी के करीब डेटा है, जिसमें ६० से अधिक फोल्डरों में २१,००० दस्तावेज मौजूद हैं। नमूने के तौर पर समूह या व्यक्ति ने खरीददार की तलाश के लिए करीब ११ एमबी डेटा अपलोड किया है। कुख्यात साइबर अपराधी ने विभिन्न बलों के गोपनीय और वर्गीकृत डेटा के १६ सेट तैयार किए हैं और इसे एक मंच पर बिक्री के लिए रखा है।
अंदरूनी सूत्र की भूमिका
यह पहली बार एक केंद्रीय एजेंसी की नजर में आया उन्होंने इसमें किसी अंदरूनी सूत्र की भूमिका से इनकार नहीं किया है और इस तरह की लीक को रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं। लीक से जुड़े सभी संबंधित बलों को सूचना दे दी गई है। भारतीय सुरक्षा और सशस्त्र बलों को निशाना बनाने वाले और धमकी देने वाले अपराधी के बारे में भी अलर्ट जारी किया गया है।
प्रतिक्रिया का इंतजार
धमकी देने वाला कुख्यात अपराधी भारतीय बलों के उन साइबर सिस्टम को निशाना बना रहा है, जिसमें गोपनीय और संवेदनशील डेटा शामिल है। इससे पहले उसी अभिनेता को हजारों डॉलर के बदले में बिक्री के लिए साइबरस्पेस पर डेटा लीक करते हुए पाया गया था।
क्या है दस्तावेजों में
सूत्रों ने बताया कि लीक में गोपनीय वार्षिक रिपोर्टें हैं, जिनमें विस्फोटकों की रिपोर्ट, बलों द्वारा तैयार किए गए नोट्स, तकनीकी वार्षिक रिपोर्ट, लेआउट और संचार, तैनाती आदि से संबंधित जानकारी के अलावा भारतीय बलों की अन्य संवेदनशील और गोपनीय आर्किटेक्चर शामिल हैं।

अन्य समाचार

पहला कदम