प्रिय देशवासियों,
वैसे तो हम आपको हर दिन कोई न कोई उपहार देते ही रहते हैं। लेकिन स्वतंत्रता दिवस से पहले जो उपहार हम दे रहे हैं, वह कुछ खास है। खास इस मामले में कि अब नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसी, विजय माल्या और उनके जैसे अपराधियों पर ऐसी नकेल कसेगी कि वे अपने आप हिंदुस्थान आ जाएंगे। डर के मारे आ जाएंगे। आर्थिक भगोड़ों को कंगाल कर देने की योजना एकदम तैयार है। इस योजना की धार रामपुरी चाकू से भी तेज है। मिसाइल से भी मारक है ये योजना।
हम नई दिल्ली में रहकर भगोड़ों पर सर्जिकल स्ट्राइक करेंगे। सात समंदर पार बैठे हुए भगोड़ों को छलनी कर देंगे। दर्द के मारे भगोड़ा खुद भागा चला आएगा और कहेगा कि हुजूर मैं आ गया हूं। मुझे पकड़ लीजिए। जेल में डाल दीजिए। मुकदमा चलाइए। सजा दीजिए।
राजीव वर्मा, महेंद्र लंगालिया, पुष्पेश बैद, आशीष जोबनपुत्रा, सनी कालरा, संजय कालरा, सुधीर कालरा, आरती कालरा, वर्षा कालरा, जतिन मेहता, उमेश पारेख, कमलेश पारेख, नीलेश पारेख, एकलव्य गर्ग, विनय मित्तल, नीशाल मोदी, सब्या सेठ, राजीव गोयल, अलका गोयल, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा, दीप्ति संदेसरा रितेश जैन, हितेश नरेंद्रभाई पटेल, मयूरीबेन पटेल, संजय भंडारी, नीतीश ठाकुर, प्रीति आशीष जोबनपुत्रा हों या विजय माल्या, नीरव मोदी, ललित मोदी, मेहुल चोकसी सभी अपना अपना बैग पैक करना शुरू कर दें। स्वदेश उन्हें पुकारने लगेगा।
हम कुल ५८ भगोड़ों का प्रत्यर्पण करवाएंगे। नए कानून बस आने ही वाले हैं। देश से आर्थिक गड़बड़ी या घोटाला करके विदेश भागे भगोड़े अब खुद वापस हिंदुस्थान आकर फरियाद करेंगे कि सरकार मुझे मिट्टी में मत मिलाओ। मैं मोदी कसम हिंदुस्थान से कभी नहीं भागूंगा। यहीं रहूंगा। जीना यहां, मरना यहां, इसके सिवा जाना कहां।
सरकार ने सभी भगोड़ों की धर-पकड़ के लिए अलग-अलग देशों में इंटरपोल के लुक आउट या रेड कार्नर नोटिस जारी करने में सफलता पाई है। नए कानूनों के सौजन्य से अब वे कंगाल हो जाएंगे। नेस्तनाबूद कर दिए जाएंगे। मोदी योजना की मार से कोई नहीं बचेगा। सभी को अपने किए की सजा मिलेगी। भरपूर मिलेगी।
जयहिंद
राजेश विक्रांत
(लेखक तीन दशकों से पत्रिकारिता में सक्रिय हैं और ११ पुस्तकों का लेखन-संपादन कर चुके वरिष्ठ व्यंग्यकार हैं।)