मुख्यपृष्ठनए समाचारबीआरओ ने अमरनाथ यात्रा ट्रैक को किया साफ...एक बार फिर 20 फुट...

बीआरओ ने अमरनाथ यात्रा ट्रैक को किया साफ…एक बार फिर 20 फुट के हिमलिंग बनने का किया जा रहा दावा

सुरेश एस डुग्गर / जम्मू

अमरनाथ गुफा की ओर जाने वाले ट्रैक पर बर्फ हटाने का काम इस समय पूरे जोरों पर है। ट्रैक का बड़ा हिस्सा सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने केवल एक महीने में ही साफ कर दिया है। दूसरी ओर सरकारी तौर पर दावा किया जा रहा है कि गुफा में इस बार भी 20 फुट के करीब हिमलिंग बने हैं।
बीआरओ ने कहा कि यात्रा मार्ग पर बर्फ हटाने के लिए अभियान जारी है, जिसमें बालटाल आधार शिविर से अमरनाथ गुफा तक आधुनिक मशीनरी और कुशल श्रमिकों को तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि सिर्फ एक महीने के भीतर काली माता मंदिर तक बर्फ साफ होने के साथ पर्याप्त प्रगति हुई है। बीआरओ अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों और आवश्यक कर्मियों के लिए सुगम मार्ग की सुविधा प्रदान करने के लिए 14 किलोमीटर के ट्रैक को 12 से 14 फीट की चौड़ाई तक विस्तारित करने की योजना की रूपरेखा तैयार की गई है। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पहली बार पवित्र गुफा की वार्षिक तीर्थयात्रा की व्यापक तैयारियों के हिस्से के रूप में बीआरओ को अमरनाथ यात्रा ट्रैक के निर्माण और रख-रखाव का नियंत्रण दिया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि यूटी प्रशासन के निर्देशों के अनुसार, बीआरओ को बालटाल की ओर से अमरनाथ गुफा तक बर्फ हटाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस साल 29 जून को यात्रा शुरू होने वाली है। तीर्थ यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सुलभ मार्ग सुनिश्चित करने के प्रयास पूरे जोरों पर है।
दरअसल, गंदरबल जिले के बालटाल से अमरनाथ गुफा तक का पारंपरिक 14 किलोमीटर का मार्ग महत्वपूर्ण चुनौतियां पैदा करता है। विशेष रूप से इसकी संकीर्ण और विश्वासघाती प्रकृति के कारण, अप्रत्याशित मौसम की स्थिति के कारण यह और भी बढ़ जाती है।
इस बीच यह भी सच है कि अमरनाथ की पवित्र गुफा में इस बार बनने वाला तकरीबन 20 से 22 फुट का ऊंचा हिमलिंग उस ग्लोबल वार्मिंग को जरूर चिढ़ाने लगा है, जिसके कारण दुनियाभर में बर्फ के तेजी से पिघलने का खतरा पैदा हो गया है। इस हिमलिंग के दर्शनों की खातिर 29 जून से आरंभ होने जा रही अमरनाथ यात्रा की तैयारियां भी आरंभ हो चुकी हैं। हिमलिंग के 20 फुट का होने के दावे सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से चल रही एक वीडियो से है, जिसमें बड़े हिमलिंग को बतया जा रहा है।
29 जून से आरंभ हो रही वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए श्राइन बोर्ड ने पहले ही कई प्रबंध किए हैं। श्राइन बोर्ड के प्रवक्ता के बकौल, हिमलिंग के संरक्षण के लिए गुफा के द्वार पर लोहे की ग्रिल 8 साल पहले ही लगाई जा चुकी है। अब श्राइन बोर्ड ने अपनी एक टीम को गुफा के लिए रवाना करने वाला है। इस टीम के जिम्मे हिमलिंग का संरक्षण करना और इसको सुनिश्चित करना है कि गुफा के भीतर जाकर कोई हिमलिंग से छेड़छाड़ न करें।
नतीजतन श्राइन बोर्ड के कर्मियों को गुफा के बाहर उन भक्तों से तकरीबन दो माह तक जूझना होगा, जो समय से पहले हिमलिंग के दर्शन इसलिए कर लेना चाहते हैं, क्योंकि पिछले कई सालों से यह देखने को मिल रहा है कि यात्रा शुरू होने से पहले ही हिमलिंग पिघल जाता रहा है।

अन्य समाचार