अशोक तिवारी / मुंबई
देश की सबसे धनी मानी जाने वाली मुंबई महानगरपालिका सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले आम मुंबईकर को मौत की सौगात दे रही है। बरसात के दिनों में मुंबई का आम नागरिक अगर सड़क पर निकलता है तो जान हथेली पर लेकर चलता है।
उस व्यक्ति को यह पता नहीं होता है कि कब वह मौत के मुंह में समा जाएगा। बता दें कि कुछ वर्ष पूर्व गटर के खुले मेनहोल में गिरने से बॉम्बे अस्पताल के एक मशहूर डॉक्टर की मौत हो गई थी।
बरसात के मौसम में घर से बाहर निकलने वाले व्यक्ति को एहसास होता है मानो वह किसी जंग पर जा रहा है । उसके घर वाले भी इस अनजान आशंका से चिंतित रहते हैं कि वह शाम तक घर वापस लौटेगा या नहीं. घाटकोपर अंधेरी लिंक रोड का भी कुछ ऐसा ही हाल है. जगह-जगह पर सड़के टूटी पड़ी हुई है. कई जगह तो गटर के मेंनहोल के ढक्कन भी टूटे हुए हैं. तिलक नगर के उडुपी होटल के सामने गटर के मेंनहोल पर रखा ढक्कन पिछले कई दिनों से टूटा हुआ है.
गटर पर रखे हुए टूटे हुए ढक्कन की वजह से कई वाहन चालक गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं. तिलक नगर में ही मनपा का स्कूल है । इस स्कूल में हजारों बच्चे प्रतिदिन पढ़ने के लिए आते हैं। कई बच्चे इस टूटे हुए ढक्कन की वजह से गिरकर जख्मी हो चुके हैं। स्थानीय समाज सेवक सब्बन अली सैयद ने बताया कि उन्होंने एल वार्ड में कई बार शिकायत की है लेकिन मनपा के अधिकारी कोई एक्शन नहीं लेते हैं । जिसकी वजह से लोग जान हथेली पर रखकर अंधेरी घाटकोपर लिंक रोड पर यात्रा करने के लिए मजबूर है। इस संदर्भ में प्रतिक्रिया लेने के लिए कुर्ला के रोड विभाग के अभियंता मंगेश पालवे से संपर्क करने की बार-बार कोशिश की गई लेकिन वह उपलब्ध नहीं हुए।