धारावी पुनर्वास को जमीन देने का होगा कड़ा विरोध
सामना संवाददाता / मुंबई
दहिसर चेक नाका पर जकात नाका बंद किया गया है। इस वजह से मुंबई महानगरपालिका के पास इस क्षेत्र में ६ एकड़ खाली जमीन है। पता चला है कि झोपड़पट्टी पुनर्विकास प्राधिकरण (झोपु) के अधिकारियों ने धारावी परियोजना के लिए इस जमीन का अधिग्रहण करने की मांग की है। इस जमीन को धारावी पुनर्वास प्राधिकरण को सौंपने पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी और दहिसर के स्थानीय निवासियों ने कड़ा विरोध जताया है।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए शिवसेना के उप नेता, पूर्व विधायक और म्हाडा के पूर्व सभापति विनोद घोसालकर ने कहा कि दहिसर चेक नाका स्थित वेस्टर्न एक्सप्रेसवे पर ठाणे, पालघर, डहाणू और गुजरात राज्य से बड़ी संख्या में नागरिक यात्रा करते हैं। यह सड़क एक प्रमुख यातायात मार्ग है और इसलिए चेकनाका पर हमेशा भारी ट्रैफिक जाम रहता है। गुजरात राज्य के नागरिक यात्रा के लिए बड़े पैमाने पर यात्री बसों का उपयोग करते हैं। इस रास्ते से मालवाहक ट्रक भी आते-जाते हैं। साथ ही ठाणे जिले से भी कई मरीज इसी रास्ते से अपने इलाज के लिए मुंबई आते हैं। लेकिन यहां के ट्रैफिक जाम के कारण उन्हें दक्षिण मुंबई के अस्पतालों तक पहुंचने के लिए हमेशा तीन घंटे के ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ता है। इसलिए यहां के स्थानीय निवासियों ने केईएम अस्पताल के तर्ज पर यहां भी सर्वसुविधायुक्त आधुनिक अस्पताल बनाने का अनुरोध मुंबई महानगरपालिका से किया है। स्थानीय लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि बाहर से आने वाली बसों, ट्रकों और चार पहिया वाहनों के लिए एक आधुनिक पार्किंग टर्मिनल होना चाहिए। ऐसे में अगर धारावी पुनर्वास परियोजना को यहां जमीन दी गई तो हालात काफी हद तक खराब हो जाएंगे।