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बुलढाणा में बाल झड़ने की घटना की जांच के लिए डब्ल्यूएचओ की टीम बुलाओ! -शिवसेना की मांग

सामना संवददाता / मुंबई
बुलढाणा जिले के शेगांव तालुका में पिछले तीन हफ्तों से रहस्यमयी बाल झड़ने की घटनाएं हो रही हैं, लेकिन इन घटनाओं का अभी तक कोई स्पष्ट कारण सामने नहीं आया है। अब तक १२ गांवों में यह समस्या सामने आई है। इस मुद्दे पर ५० से अधिक मेडिकल एक्सपर्ट्स, आईसीएमआर, पुणे के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और स्थानीय डॉक्टरों की टीमें जांच कर रही हैं।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के कार्यकर्ता नरेंद्र खेडेकर ने सरकार से दिशा-निर्देश जारी करने और डब्लूएचओ की टीम को बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में जल की गुणवत्ता को लेकर पहले से चिंताएं रही हैं, लेकिन पानी आपूर्ति योजनाओं में कोई सफलता नहीं मिली है। कलेक्टर पाटील ने कहा कि पानी आपूर्ति परियोजनाओं की समीक्षा की जाएगी, लेकिन इन योजनाओं पर अभी तक कोई निर्णायक कदम नहीं उठाया गया है।
जिला प्रशासन ने ३० दिसंबर, २०२४ को पानी की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए सभी जल संसाधनों के क्लोरीनेशन का निर्देश दिया। कलेक्टर किरण पाटील ने कहा कि बाल झड़ने की घटना अब रुक चुकी है और ४० फीसदी नमूनों में नाइट्रेट की अधिकता पाई गई है, लेकिन घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि कुछ मामलों में बाल उगने की रिपोर्ट मिली है और अन्य में बाल गिरना रुक चुका है।
वाडेगांव (नांदुरा तालुका) में १,९४२ की जनसंख्या में ७ मामले सामने आए हैं, जिनमें ३ से ४५ साल तक के लोग प्रभावित हुए हैं। शेगांव तालुका के बोंडगांव, कलवाड़, काथोरा, मचिंद्रखेड, हिंगना, घुल, तरोडा खुर्द, पाहरजिरा, मटर्गांव और निम्बी गांव भी प्रभावित हुए हैं।
ये घटनाएं सामाजिक बहिष्कार का कारण भी बनी हैं। बोंडगांव के एक नागरिक ने बताया कि उन्हें शादी के प्रस्ताव रद्द होने की खबरें मिली हैं और एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि उन्हें सामाजिक आयोजनों से बाहर कर दिया गया है।

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