मुख्यपृष्ठसमाचारज्यादा धूप लेने से हो सकता है हाइपरकैल्सीमिया!

ज्यादा धूप लेने से हो सकता है हाइपरकैल्सीमिया!

-किडनी स्टोन, किडनी फेलियर और हार्ट डिजीज का खतरा

सामना संवाददाता / मुंबई

सेहतमंद रहने के लिए विटामिन की जरूरत होती है। इससे शरीर को मजबूती मिलती है। हड्डियां और दांत स्वस्थ रहते हैं। हालांकि, इसका सेवन जरूरत के हिसाब से ही करना चाहिए। धूप से मिलने वाले विटामिन डी का सेवन भी खतरनाक होता है। इसकी वजह से खतरनाक बीमारी हाइपरकैल्सीमिया हो सकती है। खासतौर पर विटामिन डी की अधिकता से इसकी परेशानी बढ़ सकती है।
मिली जानकारी के अनुसार, खून में कैल्शियम की मात्रा बहुत ज्यादा हो जाना हाइपरकैल्सीमिया होता है। ऐसे में शरीर उस अतिरिक्त वैâल्शियम को इस्तेमाल नहीं कर पाता है। इससे कई तरह की समस्याएं शुरू हो जाती हैं। बार-बार यूरीन आती है, प्यास भी बहुत ज्यादा लगती है। इतना ही नहीं वैâल्शियम की ज्यादा मात्रा तंत्रिका तंत्र को भी पूरी तरह खराब कर सकती है, इसलिए सावधानी बरतनी चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ब्लड टेस्ट से हाइपरकैल्सीमिया का पता लगाया जा सकता है। अगर इसका सही समय पर पता न लगाया जाए और उचित इलाज न किया जाए तो हड्डियों को नुकसान, किडनी स्टोन और किडनी फेलियर के साथ हार्ट डिजीज का खतरा हो सकता है।
हाइपरकैल्सीमिया के कारण
-डॉक्टर की सलाह के बिना जरूरत से ज्यादा विटामिन सप्लीमेंट्स लेना।
-विटामिन रिच फूड्स का ज्यादा सेवन।
-विटामिन डी पाने के लिए ज्यादा देर तक धूप में रहना।
हाइपरकैल्सीमिया के लक्षण
इसके लक्षण में उल्टी आना, जी मिचलाना, थकान महसूस होना, बहुत ज्यादा कमजोरी होना, बहुत ज्यादा प्यास लगना, बार-बार यूरिन आने की समस्या, किडनी स्टोन, भूख कम लगना, पेट दर्द, वजन का गिरना हैं।
हाइपरकैल्सीमिया का इलाज
-हाइपरकैल्सीमिया का पता चलने पर डॉक्टर की सलाह लें।
-बिना डॉक्टर की सलाह के विटामिन-कैल्शियम सप्लीमेंट्स न लें।
-विटामिन वाले फूड्स का सेवन कम करें।
-ज्यादा देर तक धूप में न बैठें।

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