सामना संवाददाता / मुंबई
हास्य कविता में ही वह क्षमता होती है कि, जिन कैंसर पीड़ितों को यह नहीं पता होता कि उनकी जिंदगी के कितने पल बचे हुए हैं, वह सब हास्य कविताएं सुन-सुन कर लोटपोट हो रहे थे। यह अनुपम संयोग बनाया था लायंस क्लब खारघर वालों ने। लायंस क्लब खारघर एवं टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल की तरफ से हिंदी पखवाड़ा मनाया गया जिसमें खास कैंसर पीड़ितों एवं उनके परिजनों के लिए एक हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। हास्य सम्राट सुरेश मिश्र के सफल संचालन में श्रीमती मधु श्रृंगी, हास्य कवि संजय बंसल तथा ओएनजीसी के पूर्व अधिकारी डॉ भगवान दास प्रजापति ने उपस्थित श्रोताओं को लोटपोट कर दिया। सुरेश मिश्र ने जहां एक तरफ अपनी हास्य कविताओं से गुदगुदाया तो दूसरी तरफ ‘बेटी को खत’ नाम की कविता पढ़कर लोगों की आंखों को छलका दिया। इससे पूर्व अस्पताल के केंद्र निदेशक डाॅ. पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि हंसी से बढ़कर दुनिया में कोई इलाज नहीं है। हम चाहते हैं कि लायंस क्लब जैसी तमाम संस्थाएं इन मरीजों के लिए बार-बार ऐसे आयोजन करें। पीएमजेएफ लायंस आर. पी. पांडेय (डिस्ट्रिक्ट क्वार्डिनेटर) के संयोजन व मार्गदर्शन में आयोजित इस कार्यक्रम में डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायंस एन.आर.परमेश्वरन, डिस्ट्रिक्ट गवर्नर लायंस संजीव सूर्यवंशी,लायंस ए के शर्मा, प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा, मुकेश तनेजा, विजय घनात्रा, नमिता मिश्रा, श्रीमती मीना थरवानी आदि ने हास्य और हिंदी पर अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर लायंस क्लब इंटरनेशनल खारघर के ला. आर.पी. पांडेय, श्रीमती सुषमा पांडेय, अध्यक्ष ला. राजेन्द्र शर्मा, सचिव डा.भगवान दास, एस एन शर्मा, ला. अमरपाल सिंह सहित भारी संख्या में मरीज और डाक्टर उपस्थित थे। शेष कार्यक्रम का संचालन नवीन खरे ने किया। अनेक महत्वपूर्ण लोगों का विशेष सम्मान भी किया गया।