– हर साल होते हैं १२०० ऑपरेशन
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई मनपा द्वारा संचालित केईएम अस्पताल में कार्डियक एनेस्थीसिया विभाग पिछले दो सालों से हाईटेक बना हुआ है, जिसमें लगातार नए अत्याधुनिक उपकरण जुड़ते जा रहे हैं। इस विभाग की मदद से ऑपरेशन थियेटर में दुधमुंहे बच्चे से लेकर ९० साल के बुजुर्गों के हार्ट की सर्जरी होती है। इस तरह यहां हर साल करीब १,२०० ऑपरेशन बिना किसी परेशानी के होते हैं, जो अपने आप में ही एक बड़ी सफलता है।
उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी के दौरान महाविकास आघाडी सरकार को यह अनुभव हो चुका था कि मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने की जरूरत है। इसे ध्यान में रखते हुए अपने कार्यकाल में तत्कालीन मविआ सरकार ने स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूती प्रदान करने के साथ ही अत्याधुनिक बनाने की कोशिश की। इसी के तहत कुछ साल पहले मुंबई मनपा द्वारा संचालित केईएम अस्पताल में सुपर स्पेशलिटी कार्डियक एनेस्थीसिया विभाग की शुरुआत की गई। इसके जरिए आज तक हजारों की संख्या में दिल के मरीजों की सर्जरी करके उनकी जान बचाई है।
कार्डियक एनेस्थिया विभाग प्रमुख डॉ. संजीता उंबरकर ने कहा कि डिपार्मेंट ऑफ कार्डियक एनेस्थीसिया की शुरुआत १२ साल पहले हुई थी। हालांकि, कोरोना के बाद इसे सुपर कार्डियक एनेस्थीसिया स्पेशलिटी में तब्दील किया गया। इसकी मदद से दिल की जटिल से जटिल सर्जरी सरलता से की जा रही है। इसमें कार्डियोलॉजी, कार्डियक वास्कुलर एंड थॉम्बोसिक और पलमनरी इंटरवेंसन प्रोसिजर शामिल है। हालांकि, उससे पहले वे कार्डियोलॉजी विभाग में जाते हैं। वहां जटिलताएं दिखाई देने पर उन्हें सर्जरी का सुझाव दिया जाता है। हड़ताल के समय भी ५०० से ७०० दिल के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं।
डॉ. संजीता उंबरकर ने कहा कि इस विभाग के माध्यम से एमडी और डीएम कार्डियक एनेस्थीसिया के पाठ्यक्रम पढ़ाए जा रहे हैं। इसके जरिए हर साल चार डॉक्टर तैयार होते हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के डॉक्टरों को तैयार करनेवाला महाराष्ट्र में यह पहला विभाग है।