सामना संवाददाता / जौनपुर
जौनपुर प्रयागराज की सीमा पर स्थित जंघई चौकी (सरायममरेज) की पुलिस पर दलित महिला द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का आरोप लगाने के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश पुलिस का घिनौना चेहरा सामने आया जो पूरे पुलिस विभाग को शर्मसार कर दिया है।हलांकि इस घटना को लेकर महिला के आरोप का वीडियो वायरल होने के पश्चात पुलिस के अधिकारियों ने एक्शन लेते हुए थाना सरायममरेज के चौकी प्रभारी जंघई सहित चार पुलिस कर्मियों को निलंबित करते हुए सभी के खिलाफ तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए विवेचना हंडिया पुलिस को सौंप दिया गया है। इस घटना ने एक बार फिर प्रदेश सरकार और कानून के रखवालो की खासी किरकिरी कराई है।
बता दें कि जौनपुर और प्रयागराज की सीमा पर स्थित जंघई बाजार की ही रहने वाली एक दलित महिला ने चौकी इंचार्ज पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए अपनी शिकायत में कहा है कि चौकी इंचार्ज उसे 21 सितंबर की रात अपनी निजी कार में भदोही लेकर गए और उसके साथ चलती कार में सिपाहियों के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया। वापस लौटते वक्त रात में दुर्गागंज में कार अनियंत्रित होकर खड्डे में चली गई। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। कार में महिला के साथ आपत्तिजनक हालत में चौकी इंचार्ज पाए गए। हलांकि पुलिस के अधिकारी पहले घटना को झूठा करार दे रहे थे बाद में घटना को लेकर कार्रवाई शुरू किया पीड़िता के बयान के आधार पर सरायममरेज थाने की जंघई चौकी में तैनात दरोगा सहित चार के खिलाफ केस दर्ज हुआ। एसीपी हंडिया को मामले की जांच सौंपी गई है।