सामना संवाददाता / कल्याण
नाबालिग छात्र के आत्महत्या मामले में एक स्कूल के संचालक को गिरफ्तार कर शुक्रवार को कड़ी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच कल्याण कोर्ट में पेश किया गया। इस दौरान मृतक छात्र के परिजनों ने पुलिस के समक्ष हंगामा करने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट परिसर में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त किया गया था। कोर्ट ने आरोपी को चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
बता दें कि वरप गांव के एक नामचीन स्कूल के ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ने वाला 16 वर्षीय छात्र ने बुधवार को घर की टेरिस पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। टिटवाला पुलिस के अनुसार, स्कूल के तीन छात्रों ने इंस्टॉग्राम पर अपने दोस्त के साथ एक पोस्ट शेयर किया था, जो वायरल हो गया और उसकी चर्चा शुरू हो गई। जानकारी मिलने के बाद स्कूल प्रशासन ने तीनों छात्रों को केबिन में बुलाया और स्कूल से निकालने की धमकी देते हुए छात्र की पिटाई की। परिजनों का कहना है कि स्कूल मैनेजमेंट ने शरारत की शिकायत को लेकर तीन में से दो छात्रों के अभिभावकों को स्कूल में बुलाया, लेकिन इस छात्र के घरवालों को नहीं बुलाया। टार्चर के बाद स्कूल से निकाले जाने की बात सुनकर छात्र घबरा गया और घर आने के बाद उसने आत्महत्या कर ली। टिटवाला पुलिस ने इस मामले में स्कूल प्रशासन के संचालक के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उसे चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया।