मुख्यपृष्ठस्तंभसेलेब्स स्कैंडल्स : एक मुलाकात ऐसी भी!

सेलेब्स स्कैंडल्स : एक मुलाकात ऐसी भी!

सखाराम बाइंडर

मुंबई के कलाकारों का साउथ की फिल्मों में काम करना कोई नई बात नहीं है। साउथ की फिल्मों में बॉलीवुड के कई कलाकारों ने बड़ा नाम कमाया। ऐसे ही बॉलीवुड के एक कलाकार के पास जब कोई काम नहीं होता तो साउथ की फिल्मों में संघर्ष करने भाग जाता। मगर वहां कोई रिस्पांस न मिलता देख हताश और निराश कलाकार वापस मुंबई लौट आया। ऐसे में उसे यहां एक छोटी फिल्म में साइड रोल मिला। शूटिंग के दौरान साइड हीरोइन से जब बात हुई तो बातों ही बातों में पता चला कि वो भी साउथ में किस्मत आजमाना चाहती है। कलाकार ने कहा जब मैं जाऊंगा तो तुम्हें भी ले जाऊंगा। बहरहाल, वह दिन भी आ गया जब कलाकार और साइड हीरोइन किस्मत आजमाने साउथ पहुंचे। कलाकार एक छोटे-मोटे और साइड हीरोइन एक बहुत ही आलीशान फाइव स्टार होटल में रुकी। दूसरे दिन साइड हीरोइन ने कलाकार से प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से मिलवाने की बात कही। मन ही मन घबराया हुआ कलाकार सोच रहा था कि न जाने क्या रिस्पॉन्स मिलेगा? अब वो हीरोइन को साथ ले एक बहुत बड़े प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के ऑफिस जा पहुंचा, जहां वो पहले भी एक-दो बार आ चुका था। मगर उसे कोई ढंग का रिस्पांस नहीं मिला था। हीरोइन को कलाकार वहां इसलिए लेकर आया, क्योंकि उसकी जिद थी कि उस बड़े प्रोड्यूसर-डायरेक्टर्स के पास ही जाना है, बस। खैर, कलाकार जैसे ही उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के ऑफिस पहुंचा उसके आदमियों ने उसे जाकर खबर दी कि मुंबई से वो कलाकार अपने साथ कोई हीरोइन भी लाया है। थोड़ी देर बाद प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के केबिन में बुलाते ही कलाकार का दिमाग चकरा गया। आज तो प्रोड्यूसर-डायरेक्टर का मिजाज ही बदला हुआ था। उसने दुनियाभर के खाने की चीज अपने टेबल पर लगवा दी और उसे इतना भाव और इतनी इज्जत दी, जो शायद पूरी जिंदगी में उसे न मिली होगी। कलाकार की समझ में कुछ नहीं आ रहा था। तभी प्रोड्यूसर ने उससे कहा कि मैं तुम्हें अपनी अगली फिल्म में विलेन बनाऊंगा और हीरोइन से बोला- तुम में बड़ी संभावना है। तुम पहले क्यों नहीं मिलीं वरना मैं यह जो फिल्म कल रिलीज हो रही है इस में तुम्हें हीरोइन बना देता। खैर, देर आए दुरुस्त आए। चिंता मत करो, अब मैं तुम्हारी लाइफ बना दूंगा। खैर, अब कलाकार और हीरोइन अपने-अपने होटल में लौट आए। हीरोइन बड़ी खुश हुई और उसने कलाकार को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘तुम्हारी तो यहां बड़ी इज्जत है। तुम मुंबई में बेकार में ही धक्के खा रहे हो। इतने बड़े-बड़े प्रोड्यूसर-डायरेक्टर तुम्हें अपनी फिल्मों में लेने को तैयार हैं। तुम्हारी बात का इतना मोल है कि तुम्हारे एक कहने पर वह मुझे हीरोइन बनाने को तैयार है।’ मन ही मन कलाकार सोच रहा था आज से पहले ऐसा नहीं हुआ, लगता है आज कोई चमत्कार हुआ है। वह भी अपनी प्रशंसा सुनकर धीरे से मुस्कुरा दिया। शाम को अचानक कलाकार का फोन बज उठा। दूसरी तरफ से घबराई हुई हीरोइन ने उसे बताया कि दिन में हम जिस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से मिले थे। वो मेरे होटल में आ धमका है। रिसेप्शन से फोन करवाकर मुझसे मिलने की जिद कर रहा है। मेरे कमरे में आना चाहता है। मैं क्या करूं? हीरोइन की बात सुनकर उस कलाकार की समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करूं? उस कलाकार ने कहा कि तुम अपने कमरे में उसे मत बुलाओ। रिसेप्शन पर ही जाकर मिल लो और स्थिति को डील कर लो। बस मुझे बताते रहना कि करंट सिचुएशन क्या है। खैर, रिसेप्शन पर पहुंची हीरोइन उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर से मिली। उसे लगा कि बात यहीं खत्म हो जाएगी, मगर प्रोड्यूसर-डायरेक्टर उसके पीछे पड़ गया। उसने हीरोइन से कहा- चलिए मैं आपको डिनर पर लेकर चलता हूं और अपना शहर घुमाता हूं। यहां ले जाता हूं, वहां ले जाता हूं। हीरोइन ने इस कलाकार को फिर फोन किया और चुपचाप पूछा- अब क्या करूं? कलाकार ने कहा- मैं तो तुम्हें जाने के लिए सलाह नहीं दूंगा, लेकिन अब जैसा तुम्हारी समझ में आए तुम कर सकती हो। बहरहाल, हीरोइन उस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर के साथ गाड़ी में बैठकर चली गई। इतना बड़ा प्रोड्यूसर-डायरेक्टर एक छोटी सी हीरोइन के सामने ऐसे कदमों पर बिछ गया। अपना चरित्र छोड़ दिया, अपनी इज्जत भूल गया यह देखकर कलाकार को बहुत बुरा लगा। मगर जनाब, शौक बड़ी चीज है। यह वह चीज है, जो आदमी से न जाने क्या-क्या करवा दे। खैर, हीरोइन भी सुलझी हुई थी। वह इस प्रोड्यूसर-डायरेक्टर की गाड़ी में बैठकर खूब घूमी-फिरी, हंस-बोलकर बातें कीं और कल उससे मिलने का वादा कर किसी तरह अपनी जान छुड़ाकर वापस अपने होटल में आ गई। होटल आने के बाद दोनों अपनी जान और इज्जत बचाकर वहां से उल्टे पैर मुंबई वापस आ गए।

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