– पुलिस पूछताछ में स्वीकारी लापरवाही की बात
रमेश ठाकुर / नई दिल्ली
राजधानी में हुए दर्दनाक कोचिंग हादसे के बाद शासन-प्रशासन की ओर से बड़ा एक्शन और धरपकड़ तेज हुई है, जिस कोचिंग की बेसमेंट में पानी भरने तीन छात्रों की मौत हुई थी, उसके सीईओ को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया। आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए पुलिस के साथ घटना के बाद से ही आंख-मिचौली का खेल खेल रहे थे। अपनी ऊपरी पहुंच की धौंस दिखाकर पुलिस प्रशासन को गुमराह कर रहे थे।
सीईओ की गिरफ्तारी के करीब एक घंटे बाद कोचिंग के कोऑर्डिनेटर को भी पुलिस ने धर लिया। दोनों ने फिलहाल लापरवाही की बात स्वीकार की है। कोचिंग के अन्य कर्मचारी अभी भी फरार हैं। पुलिस के मुताबिक, अभी और गिरफ्तारियां होनी हैं। आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि उनके पास अग्निशमन, वाटर सप्लाई, आपदा प्रबंधन जैसे किसी भी विभाग की एनओसी नहीं थी। आरोपितों ने यह भी स्वीकारा कि वो छात्रों से मनचाही फीस वसूलते थे। बता दें कि दिल्ली सरकार अवैध कोचिंग संस्थाओं पर बड़ा एक्शन ले रही है। दो दर्जन से भी अधिक कोचिंग सेंटर बंद किए गए हैं। सरकार जल्द कोई कठोर नियम भी बनाएगी, जिसके तहत ही भविष्य में कोचिंग सेंटर संचालित होंगे। दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने ‘दोपहर का सामना’ से बात करते हुए कहा कि कोचिंग चलाने को लेकर विधानसभा में हमारी सरकार सख्त नियम बनाएगी, जिसमें फीस से लेकर सुरक्षा संबंधी प्रस्ताव शामिल होंगे।
आरोपियों ने बताया कितनी लेते थे फीस
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने कई बातों का खुलासा किया। किस कोर्स के लिए कितनी फीस लेते थे, सभी का विस्तार से जवाब दिया। दिल्ली में ‘राव आईएएस कोचिंग सेंटर’ यूपीएससी की तैयारी कराने वाला जाना-माना संस्थान है, जहां सामान्य अध्ययन (प्रारंभिक और मुख्य) इंटीग्रेटेड फाउंडेशन कोर्स की ऑफलाइन फीस 1,75,500 रुपए और लाइव-ऑनलाइन फीस 95,500 रुपया है। छह महीने के वैकल्पिक विषयों के कोर्स की फीस ऑफलाइन 55,500 रुपए और लाइव-ऑनलाइन 45,500 रुपए है। तीन महीने के सिविल सर्विस एप्टीट्यूड टेस्ट कोचिंग कोर्स की फीस ऑफलाइन 18,500 रुपए और लाइव-ऑनलाइन 12,500 रुपए है। इसके अलावा छात्रों से रहने-खाने का पैसा अलग से वसूला जाता था।