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म्हाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए की ठगी…थमाया वरिष्ठ क्लर्क का फर्जी जॉइनिंग लेटर

राजेश जायसवाल / मुंबई

म्हाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर दादर निवासी एक महिला से डेढ़ लाख रुपए की ठगी हुई है। पीड़िता और आरोपी की मुलाकात दादर में एक राजनीतिक पार्टी के कार्यक्रम में हुई थी, जहां आरोपी ने दावा किया कि म्हाडा कार्यालय में उसके प्रभावशाली संपर्क हैं। किसी को भी नौकरी पर रखवा सकता है।
मिली जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ता वी पाटील (४६) ने अपने कॉमर्स ग्रेजुएट बेटे के लिए नौकरी ढूंढ़ने में आरोपी की मदद मांगी, जिसके बाद न्यू पनवेल में रहने वाले आरोपी टी राउत ने शिकायतकर्ता पाटील के बेटे को नौकरी दिलाने का वादा किया और उनसे डेढ़ लाख रुपए लेने के बाद एक फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिया। इस मामले की जानकारी देते हुए दादर पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेंद्र अव्हाड ने बताया कि एक प्राथमिकी दर्ज की गई है और जांच-पड़ताल जारी है। संदिग्ध को सूचित कर दिया गया है, लेकिन अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया गया है। पुलिस के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला अपने परिवार के साथ प्रभादेवी इलाके में रहती है। मार्च २०२३ में एक राजनीतिक पार्टी के महिला प्रकोष्ठ के कार्यक्रम में उनकी मुलाकात न्यू पनवेल में रहने वाले राउत से हुई थी, जहां राउत ने दावा किया कि उसने कई लोगों को म्हाडा में नौकरी दिलाने में मदद की है। उसकी बात पर विश्वास करते हुए पाटील ने अपने बेटे की नौकरी के लिए राउत से सहायता मांगी, जिसके एवज में राउत ने एडवांस के तौर पर डेढ़ लाख रुपए और सभी जरूरी शैक्षणिक दस्तावेज प्राप्त किए। अप्रैल २०२३ में पाटील ने एक लाख, पच्चीस हजार का भुगतान किया, जिसके बाद राउत ने एक म्हाडा के पुराने लेटरहेड पर नियुक्ति-पत्र दिया, जिसमें पाटील के बेटे को वरिष्ठ क्लर्क के रूप में नियुक्त किया गया। पाटिल ने शेष पच्चीस हजार रुपए बाद में भुगतान किए, जब पाटील और उनके पति अपने बेटे के साथ बांद्रा स्थित म्हाडा कार्यालय गए, तो उन्होंने पाया कि वहां कोई भर्ती नहीं हो रही थी और नियुक्ति-पत्र फर्जी था। यह महसूस करते हुए कि उनके साथ धोखा हुआ है, पाटील ने दादर पुलिस स्टेशन का रुख किया। उनकी शिकायत के आधार पर शनिवार को आईपीसी की धारा ४२० (धोखाधड़ी), ४०६ (आपराधिक विश्वासघात), ४६५ (जालसाजी), ४६८ (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी) और ४७१ (जाली दस्तावेज को असली के रूप में उपयोग करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जांच के बाद उसे जल्द गिरफ्तार किया जा सकता है।

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