सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के बांद्रा-वेस्ट में रहने वाली ६७ वर्षीय रिटायर्ड शिक्षिका से साइबर ठगों ने खुद को ट्राई, सीबीआई और साइबर पुलिस का अधिकारी बताकर ५.४७ करोड़ रुपए ठग लिए। यह धोखाधड़ी १६ नवंबर २०२४ से २ दिसंबर २०२४ के बीच हुई। साइबर पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
पीड़िता को १६ नवंबर को एक कॉल आया, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को ट्राई का अधिकारी बताया और कहा कि उनका मोबाइल नंबर अवैध गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहा है, जिसे जल्द ही ब्लॉक कर दिया जाएगा। इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने खुद को सायबर पुलिस का अधिकारी प्रदीप सावंत बताते हुए उन्हें स्काइप ऐप डाउनलोड करने को कहा। कॉल के दौरान उसने महिला को एक कमरे में बंद होकर `गोपनीय जानकारी’ सुनने को कहा। उसे विश्वास दिलाया कि उनका नाम जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आया है। ठग ने डराने के लिए फर्जी गिरफ्तारी वारंट की कॉपी भेजी।
इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताते हुए महिला को गिरफ्तारी वारंट के बारे में बताया और चुप रहने की सलाह दी, क्योंकि एजेंसी कभी भी उन्हें गिरफ्तार कर सकती थी। दबाव में आकर महिला ने अपनी बचत और फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) तोड़ने को कहा और अपने क्रेडिट कार्ड से रुपए ठगों को दे दिए। कुछ समय बाद महिला को शक हुआ और उसने पड़ोसी से बातचीत की, जिससे उन्हें पता चला कि वे ठगी का शिकार हो चुकी हैं।