कोलकाता के आरजी कर अस्पताल की डॉक्टर के रेप और हत्या मामले पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। इस सुनवाई के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) डीवाई चंद्रचूड़ ने वकील और भाजपा नेता कौस्तव बागची को जमकर फटकार लगाई। सीजेआई ने वकील को अपनी आवाज को नीची रखने की चेतावनी दी। सीजेआई ने वकील और भाजपा नेता कौस्तव बागची को फटकार लगाते हुए कहा, `क्या आप अदालत के बाहर गैलरी को संबोधित करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं पिछले दो घंटों से आपके व्यवहार को देख रहा हूं, क्या आप पहले अपना स्वर कम कर सकते हैं…सीजेआई की बात सुनिए। अपनी आवाज ऊंची मत करो, अपनी आवाज कम करो।’
प्रधान न्यायाधीश ने आगे कहा, `आप अपने सामने बैठे न्यायाधीशों को संबोधित कर रहे हैं, न कि वीडियो कॉऩ्प्रâेंसिंग प्लेटफॉर्म पर इस कार्यवाही को देख रहे विशाल दर्शकों को।’ पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने मुख्य न्यायाधीश की इस टिप्पणी से सहमति जताई कि वकील कौस्तव बागची अदालत के बाहर गैलरी को संबोधित करने की कोशिश कर रहे थे।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने कल बलात्कार और हत्या की शिकार हुई डॉक्टर के पोस्टमार्टम के लिए जरूरी दस्तावेज की कमी पर चिंता जताई और सीबीआई से इस मामले की जांच करने को कहा। शीर्ष अदालत ने पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारी रेजिडेंट डॉक्टरों को आज शाम ५ बजे तक काम पर लौटने का निर्देश दिया और कहा कि काम पर लौटने पर उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल कार्रवाई नहीं की जाएगी। शीर्ष अदालत ने बलात्कार और हत्या की घटना में कोलकाता पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करने में कम से कम १४ घंटे की देरी पर भी चिंता जताई। शीर्ष अदालत ने सीबीआई को मामले की जांच पर १७ सितंबर तक एक नई रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।