मुख्यपृष्ठखबरेंपुणे के चांदनी चौक पुल के उद्घाटन समारोह से मुख्यमंत्री शिंदे की...

पुणे के चांदनी चौक पुल के उद्घाटन समारोह से मुख्यमंत्री शिंदे की दांडी!

सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे की यातायात समस्या को दूर करने के लिए समयावधि से पहले चांदनी चौक उड़ान पुल का निर्माण होने का गुणगान किया जा रहा है। इस पुल का उद्घाटन कल शनिवार को किया गया। इस कार्यक्रम में राज्य के दोनों उपमुख्यमंत्री मतलब देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार उपस्थित थे। मात्र मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं थे। यानी कार्यक्रम से दांडी मार दी थी। हालांकि, तबीयत ठीक न होने के कारण कार्यक्रम में उपस्थित नहीं होने की बात कही जा रही है।

वहीं दूसरी तरफ अजीत पवार और एकनाथ शिंदे के बीच कोल्ड वॉर के कारण शिंदे ने कार्यक्रम से दांडी मारी है क्या? ऐसी चर्चा जोरों से शुरू है। बता दें कि ईडी सरकार में जब से अजीत पवार शामिल हुए हैं, तबसे महाराष्ट्र की राजनीति लगातार किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बनी हुई है।
बताया जाता है कि अजीत पवार जब से सरकार में शामिल हुए हैं, तबसे उनकी निगाह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है। अजीत पवार ने एक योजना के तहत मुख्यमंत्री का पर कतरना भी शुरू कर दिया है। शिंदे गुट के विरोध के बाद भी दादा ने वित्त विभाग लिया। उसके बाद गत गुरुवार (१० अगस्त) को अजीत पवार ने ऐसा कदम उठाया, जिससे मुख्यमंत्री की नींव हिल गई है। यानी उनको यह डर सताने लगा है कि किसी भी दिन कुर्सी जा सकती है। दरअसल, गुरुवार को उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने एक परियोजना मैनेजमेंट यूनिट की स्थापना की और कई प्रोजेक्ट पर मीटिंग ली। इस मीटिंग में सरकार के सभी सीनियर अधिकारी मौजूद रहे। खास बात यह रही कि इस बैठक में मुख्यमंत्री के वॉर रूम सर्वेक्षक राधेश्याम मोपलवर भी मौजूद थे और अजीत पवार ने राज्य में महत्वपूर्ण परियोजनाओं की समीक्षा की। मंत्रालय की सातवीं मंजिल पर यह बैठक हुई। इस बैठक के बाद मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने यह सवाल खड़ा हो गया है कि राज्य में परियोजनाओं की प्रोगेस की निगरानी वास्तव में कौन करता है? अजीत पवार ने जो मैनेजमेंट यूनिट शुरू की है, वह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में शुरू किए गए वॉर रूम के ठीक बगल में है। इस वॉर रूम के जरिए मुख्यमंत्री पुणे में समृद्धि हाइवे, रिंग रोड या एयरपोर्ट के काम जैसी पचास से ज्यादा परियोजनाओं की समीक्षा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री शिंदे ने इसी वॉर रूम से कुछ परियोजना समीक्षा बैठकें भी की थीं, ऐसे में यह सवाल उठने लगा है कि अजीत पवार ने मुख्यमंत्री के अधिकार में दखलअंदाजी की है क्या?
इस बीच कल १२ अगस्त को पुणे के चांदनी चौक पर आयोजित उड़ान पुल के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिंदे के सहभागी न होने से इस चर्चा को बल मिला है कि मुख्यमंत्री सचमुच नाराज हैं, वर्ना इतने बड़े कार्यक्रम में अवश्य शामिल होते।

अन्य समाचार