मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृति‘धरोहर-२०२४’ से बच्चे हुए प्रभावित

‘धरोहर-२०२४’ से बच्चे हुए प्रभावित

मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर और मधु मूर्च्छना की ‘धरोहर २०२४’ को बनारस में मिली अपार सफलता के बाद अब मुंबई में भी ‘पद्मश्री’ डॉ. सोमा घोष ने स्कूली बच्चों को अपने भारतीय विरासत से जोड़ा। उन्होंने पहला दिन शारदा ज्ञानपीठ इंटरनेशनल स्कूल और दूसरा दिन श्री टीपी भाटिया स्कूल में दो कार्यशालाओं को दिया। इस वर्कशॉप के जरिए उन्होंने बच्चों को संगीत से परिचय कराया और आनेवाली पीढ़ी को श्रोता बनने के लिए जागरूक किया। वर्कशॉप के दौरान एक छोटी लड़की स्टेज पर आई और उसने डॉ. सोमा घोष से कहा कि उसे इस वर्कशॉप से बहुत कुछ नया सीखने को मिला है। जैसे १६ संस्कार और १३ उत्सव। उसने कहा कि वो यह सब अपने दोस्तों को भी बताएगी और इतना कुछ सिखाने के लिए उसने सोमा जी को धन्यवाद दिया। अब ६ दिसंबर को उन्हीं बच्चों और उनके माता-पिता के साथ वेदा ऑडिटोरियम, कोकिलाबेन हॉस्पिटल के पीछे, अंधेरी (प.) में दोपहर १.३० बजे से ५.३० बजे तक एक संगीत कार्यक्रम होने जा रहा है। श्रोता होंगे तभी कला और कलाकार बचेंगे। इस संगीत कार्यक्रम में सभी स्कूलों के बच्चे अपने माता-पिता के साथ नि:शुल्क शामिल होकर संगीत का लुत्फ उठा सकते हैं।

 

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