आठ माह का बच्चा है पहला संक्रमित
अलर्ट मोड पर महाराष्ट्र हेल्थ डिपार्टमेंट
सामना संवाददाता / मुंबई
गुजरात और कर्नाटक में चीनी एचएमपीवी वायरस (ह्यूमन मेटान्यूमो) का अटैक हुआ है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के मुताबिक, दोनों राज्यों में एचएमपीवी के मामले सामने आए हैं। इनमें मिला एक आठ माह का बच्चा पहला संक्रमित है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, एचएमपीवी का संक्रमण पहले से ही हिंदुस्थान सहित कई देशों में फैल रहा है और विभिन्न देशों में इससे संबंधित श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले सामने आए हैं। इसे देखते हुए महाराष्ट्र सरकार का हेल्थ डिपार्टमेंट भी पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।
कर्नाटक वाले मामलों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तीन महीने की बच्ची को ब्रोंकोन्यूमोनिया की शिकायत थी। उसे बंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने का पता चला था। उसे पहले ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। ब्रोंकोन्यूमोनिया से पीड़ित आठ महीने के एक शिशु को तीन जनवरी को बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद जांच में उसके एचएमपीवी से संक्रमित होने का पता चला।
बताया जाता है कि शिशु के स्वास्थ्य में अब सुधार है। यह ध्यान रखना अहम है कि दोनों मरीजों का कोई अंतरराष्ट्रीय यात्रा का इतिहास नहीं है। मंत्रालय ने कहा कि वह सभी उपलब्ध निगरानी माध्यमों के जरिए स्थिति की निगरानी कर रहा है और आईसीएमआर पूरे साल एचएमपीवी संक्रमण के रुझानों पर नजर रखेगा।
एडवाइजरी हुई जारी
महाराष्ट्र ने रविवार को एचएमपीवी को लेकर एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि छींकते या खांसते समय रूमाल और कपड़े का इस्तेमाल करें। अल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का उपयोग शुरू कर दें। खांसी और सर्दी से प्रभावित लोग सार्वजनिक जगहों से दूर रहें। आपको इन दिनों दूसरों से हाथ मिलाना बंद करना होगा। एक ही टिश्यू पेपर या रूमाल का बार-बार प्रयोग न करें। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना बंद करना होगा। किसी तरह का संक्रमण होने पर खुद से दवा शुरू न करें।
कोविड जैसे लक्षण
एचएमपीवी वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-१९ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें दो साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।