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सिटीजन रिपोर्टर: सौंदर्यीकरण के नाम पर करोड़ों स्वाहा

घाटकोपर

राज्य सरकार द्वारा मुंबई शहर को खूबसूरत बनाने के लिए कई प्रकल्प लिए गए थे, जिनके लिए करोड़ों रुपए के ठेके भी दिए गए और काम भी हुए, लेकिन हमेशा की तरह इसके रखरखाव में हुई अनदेखी के कारण करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर शोएब शेख ने इस समस्या को उजागर किया है।

शोएब शेख ने बताया कि घाटकोपर-मानखुर्द लिंक रोड पर बने फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे मनपा द्वारा पेड़ लगाए गए थे, लेकिन मौजूदा समय में मनपा की लापरवाही के चलते यहां एक भी पेड़ का नामोनिशान तक नहीं है। घाटकोपर-मानखुर्द लिंक रोड पर ईस्टर्न प्रâीवे पुल के पास से शुरू कर मानखुर्द जंक्शन तक बनाए गए फ्लाईओवर ब्रिज के नीचे दुभाज की जगह पर सरकार व मनपा प्रशासन की ओर से इस लिंक रोड के सौंदर्यीकरण के लिए अलग-अलग प्रजाति के पौधे लगाने का काम किया गया था, लेकिन एम/पूर्व विभाग कार्यालय की लापरवाही के चलते पौधे पूरी तरह सूख गए। इसके साथ ही ज्यादा खूबसूरती लाने के लिए बीच में बड़े गमलेनुमा जगह बनाई गई थी और इस जगह को चारों ओर चमकदार पत्थरों से ढंका गया था, लेकिन आज न ही उसमें पौधे हैं और न ही वह चमकदार पत्थर हैं। इस लिंक रोड के किनारे बसी कमला रमन नगर बस्ती में लोगों के बैठने के लिए कोई सुविधा न होने के कारण इस चिलचिलाती गर्मी में सुकून के दो पल बिताने का यह डिवाइडर अड्डा बन गया है। जहां पर दिन में बैठने के साथ-साथ रात के समय भी लोग बिस्तर लगाकर सो रहे हैं। मनपा प्रशासन अगर इस ओर भी ध्यान देता तो यहां का नजारा शायद कुछ और ही होता। फ्लाईओवर के नीचे स्ट्रीट लाइट न होने से रात के समय काफी अंधेरा रहता है, वहीं डिवाइडर पर बैठने के लिए जाने वाले लोग अक्सर हादसे का शिकार भी हो जाते हैं, जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने जनप्रतिनिधियों से भी संपर्क किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि सरकार व मनपा प्रशासन शायद अमीरों के लिए अलग और गरीबों के लिए अलग है।

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