कल्याण
कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका के स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कल्याण (प.) के योगीधाम में मनपा द्वारा सिटी पार्क का निर्माण किया गया है। जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री शिंदे द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू होने के कुछ दिन पहले किया गया है। उद्घाटन के बाद से ही यह सिटी पार्क विवादों में घिरा रहा है। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर रमेश गुरनानी सिटी पार्क में होनेवाली धांधली को प्रकाश में लाए हैं।
रमेश गुरनानी ने बताया कि सिटी पार्क का समय सुबह ६ बजे से लेकर सुबह १० बजे तक और शाम ५ बजे से लेकर रात १० बजे तक है, जिसका एक दिन का प्रवेश शुल्क २० रुपए और मासिक पास ३०० रुपए है, लेकिन कल्याण-डोंबिवली मनपा के कर्मचारियों द्वारा रेट बोर्ड से छेड़छाड़ कर एक दिन का एक सत्र कर दिया गया है और मासिक पास सिर्फ सुबह के समय ही स्वीकारा जाएगा, ऐसा पेपर चिपकाया गया है। और तो और २० रुपए प्रवेश शुल्क लेने के बाद भी इस सिटी पार्क में नागरिकों को पीने के लिए शुद्ध पानी तक उपलब्ध नहीं है। मनपा द्वारा लगाया गया वाटर प्यूरीफायर सिटी पार्क के उद्घाटन के कुछ दिनों बाद से ही बंद पड़ा हुआ है। सिटी पार्क के निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग भी किया गया है क्योंकि उद्घाटन के कुछ दिनों बाद ही जगह-जगह से वॉकिंग ट्रैक टूट चुका है, जबकि इस पार्क का उद्घाटन अभी सिर्फ कुछ दिनों पूर्व ही हुआ है। टिकट को पूरे दिन की बजाय सिर्फ एक सत्र के लिए ही क्यों दिया जा रहा है, ऐसी शिकायत करने पर टिकट काउंटर पर टिकट बेच रहे कर्मचारी ने कहा कि यहां का नियम यही है, टिकट सिर्फ एक सत्र के लिए ही मान्य है और उसने अपना आईडी कार्ड भी दिखाने से मना कर दिया।
मनपा ने नागरिकों से खुल्लम-खुल्ला लूट मचा रखी है। सुविधाओं के नाम पर इस पार्क में पीने का शुद्ध पानी तक उपलब्ध नहीं है और तो और मनपा द्वारा नागरिकों से एक दिन की बजाय एक सत्र का २० रुपए एंट्री शुल्क वसूला जा रहा है। इस मामले में अधिक जानकारी के लिए कल्याण-डोंबिवली मनपा आयुक्त इंदुरानी जाखड़ से मिलने के लिए समय मांगा गया तो उनके सहायक ने उनके व्यस्त होने की बात बताई।