मुख्यपृष्ठस्तंभसिटीजन रिपोर्टर: धारावी में ट्रैफिक का टंटा!

सिटीजन रिपोर्टर: धारावी में ट्रैफिक का टंटा!

-सड़क जाम से कब मिलेगी निजात?
-`धारावी बचाओ आंदोलन समिति’ के बैनर तले छेड़े जाएंगे आंदोलन

धारावी

एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी के नाम से चर्चित धारावी के रीडिवपमेंट को लेकर लोग वर्षों से इंतजार तो कर ही रहे हैं साथ ही वे यहां की ट्रैफिक समस्या से लगातार जूझ रहे हैं। रीडिवलपमेंट जब होगा तब होगा, लेकिन फिलहाल ट्रैफिक व्यवस्था को सुधार दिया जाए, ऐसी मांग करते हुए `दोपहर के सामना के सिटीजन रिपोर्टर रमाकांत गुप्ता ने कहा है कि जल्दी इस समस्या को लेकर वह वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत करने वाले हैं। इस शिकायत के बावजूद यदि कोई कारवाई नहीं होती है तो `धारावी बचाओ आंदोलन’ के बैनर तले आंदोलन छेड़ दिया जाएगा। धारावी को सुंदर बनाने के लिए रमाकांत गुप्ता सहित कई लोग प्रयास कर रहे हैं। `धारावी बचाओ आंदोलन समिति’ की अक्सर बैठक हो रही हैं। लेकिन इन बैठकों में ट्रैफिक जाम जैसी कई समस्याओं पर विचार-विमर्श होते हैं, जिनमें सड़क के ट्रैफिक का मुद्दा महत्वपूर्ण होता है।
धारावी की आबादी १० लाख से अधिक है और सड़कें अभी भी वही पुराने तरीके की हैं, जिससे ट्रैफिक जाम ज्यादा हो जाता है। प्रशासन को कई बार पत्र दिए जा चुके हैं लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। आप तस्वीर में देख सकते हैं कि किस तरह से सायन स्टेशन के सामने स्थित सिग्नल बंद होने के बावजूद लोग गाड़ी लेकर चले जाते हैं। इससे दूसरी ओर से आनेवाली गाड़ियों को रास्ता नहीं मिलता और जाम का माहौल हो जाता है। मुंबई के सेंट्रल लाइन के इलाकों से वेस्टर्न लाइन के उपनगरों को जोड़ने वाला मुख्य रोड धारावी से होकर ही जाता है। इसी मुख्य सड़क पर फेरी वाले डबल लाइन में हाथगाड़ी लगा कर धंधा करते हैं, जिससे ट्रैफिक जाम लगा रहता है। रमाकांत गुप्ता का कहना है कि इसके लिए कई बार आवाज उठाई जा चुकी है, पत्र दिए जा चुके हैं लेकिन कोई ठोस कारवाई नहीं हो रही है।
प्रशासन इन लोगों को हटाता है वे उसके कुछ दिनों बाद वहीं पर दोबारा पहुंच जाते हैं। इसलिए यहां कोई ठोस व्यवस्था करने की आवश्यकता है। रमाकांत गुप्ता के अनुसार, यहां अवैध फेरीवालों की भरमार हो गई है, जिसे लेकर `धारावी बचाओ आंदोलन समिति’ की ओर से कार्रवाई की मांग की गई थी। कार्रवाई हुई थी, लेकिन उसके बाद फिर पहले जैसा हो गया। फेरीवालों की गाड़ियों की डबल लाइन के कारण पदयात्रियों को भी तकलीफ होती है और गाड़ियां भी पास नहीं हो पाती हैं। इसी तरह सायन स्टेशन के सामने स्थित सिग्नल पर लाल बत्ती होने के बावजूद गाड़ियां तेज रफ्तार से गुजर जाती हैं। इससे दूसरी तरफ से आने वाली गाड़ियां रुक जाती हैं और फिर जाम देखने को मिलता है। प्रशासन को चाहिए कि इसका कोई हल निकाले ताकि धारावीकरों की मुसीबत कम हो सके।

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