-यूनियन के दबाव में पुलिस निष्क्रिय
-रिक्शावालों का यू टर्न लेना पड़ सकता है महंगा
सामना संवाददाता / कल्याण
कल्याण-पूर्व, कोलसेवाड़ी से श्रीराम चौक पर जाते समय विट्ठलवाड़ी स्टेशन के बाहर सड़क पर खड़े रिक्शाचालकों की गुंडागर्दी का शिकार अक्सर सही दिशा से आ रहे वाहनचालकों को होना पड़ता है। रिक्शा यूनियन के पदाधिकारी एक तो इस गंभीर समस्या की तरफ ध्यान नहीं देते और यदि किसी ने इस विषय पर शिकायत की तो मारपीट पर आमादा हो जाते हैं।
बता दें कि कल्याण-पूर्व में चक्कीनाका, कोलसेवाड़ी से श्रीराम चौक जाने के लिए विट्ठलवाड़ी स्टेशन से होकर गुजरना पड़ता है, जहां की सड़क काफी संकरी है। विठ्ठलवाड़ी स्टेशन के बाहर ही रिक्शा स्टैंड बनाया गया है, जहां पर आठ से दस रिक्शाचालक अपने-अपने रिक्शे को सड़क पर खड़ा कर यात्रियों की बाट जोहते रहते हैं, जिससे आधी सड़क पर उनका ही कब्जा रहता है। जैसे ही उनको काटेमनेवाली नाका, चक्की नाका या सूचक नाका के लिए सवारी मिलती है तो वह अपने रिक्शा में तीन सवारी की जगह, चार सवारी बैठाते हैं और यू टर्न लेकर गंतव्य स्थान के लिए रवाना होने लगते है, जिससे पीछे से आ रहे वाहन चालकों को अचानक ब्रेक लगाना पड़ता है और हादसे की गुंजाइश रहती है। इस बात को लेकर हमेशा रिक्शाचालकों और सही दिशा से आ रहे वाहन चालकों में विवाद होते रहता है। दोनों आपस मे कुछ देर बहस करते हैं, बाद में वाहनचालकों को ही सिर नीचे कर जाना पड़ता है। क्योंकि रिक्शाचालकों का यूनियन होने के कारण उनकी वहां पर खूब दादागिरी चलती है और विवाद के समय सभी चालक एकत्रित हो जाते हैं।
यातयात पुलिस द्वारा इन दबंग रिक्शाचालकों को यूनियन के दबाव के कारण नजरअंदाज करना पड़ता है, जो इनकी मनमानी को और भी बढ़ावा देता है। रिक्शा यदि श्रीराम की तरफ जाने वाले हैं तो वह इस सड़क पर खड़े हों और कोलसेवाड़ी की तरफ जाने वालों को दूसरी तरफ की सड़क पर खड़ा होना चाहिए या फिर आगे जाकर जहां से डिवाइडर खुला है वहां से नियमानुसार गाड़ी घुमाना चाहिए, जिससे भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो।