अभिषेक कुमार पाठक / मुंबई
कांदिवली के पास वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे पर ३३ मीटर लंबे समतानगर सबवे का निर्माण पिछले तीन वर्षों से काफी धीमी गति से चल रहा है। इसके चलते इस मार्ग पर वाहनों की भारी भीड़ लगी रहती है, जिसने लोगों को परेशान कर रखा है। आलम यह है कि यहां जनता का पैदल चलना तक दूभर हो चुका है। फिलहाल, कुछ ही महीनों में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है। ऐसे में ट्रैफिक जाम से परेशान कांदिवली व बोरीवली के नागरिकों ने महायुति सरकार को दो महीनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि जल्द ही उनकी इस समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वे मतदान का बहिष्कार करेंगे।
उल्लेखनीय है कि समता नगर में आकुर्ली, कुरार, इस्माइल यूसुफ अथवा नगर सबवे और पारसी पंचायत इन चारों सबवे का काम एक साथ शुरू हुआ था, जो धीमी गति से चल रहा है।
कल दोनों तरफ था ५ किलोमीटर लंबा जाम
कल रक्षाबंधन के दिन इस रास्ते हसे गुजरना किसी सख्त सजा से कम नहीं था। सबवे के दोनों तरफ ५ किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ था और वाहनों को वहां से गुजरने में रोज के मुकाबले दोगुने से भी ज्यादा वक्त लगा। ऐसे में कई वाहन चालकों ने शहर के भीतर के वैकल्पिक मार्ग का चुनाव किया पर वहां भी भीड़ के कारण जाम की स्थिति थी।
समतानगर के पास हाईवे से गुजरना है सजा
तीन डेडलाइन मिस
कर चुका है सबवे!
कांदिवली स्थित समतानगर के पास वेस्टर्न एक्सप्रेस पर एक सबवे का निर्माण हो रहा है। गत तीन वर्षों से जारी इस निर्माण के कारण वाहन चालकों के लिए वहां से गुजरना किसी सजा से कम नहीं है। वहां हमेशा जाम लगा रहता है और पीक आवर में तो स्थिति भयावह हो जाती है। मौजूदा समय में ७५ फीसदी से ज्यादा कार्य पूरा हो चुका है। हालांकि, सबवे के निर्माण के लिए शुरुआत में २६ करोड़ रुपए मंजूर हुआ था, जिसमें और इजाफा किया गया है। इसके साथ ही संबंधित ठेकेदार को सबवे के काम को पूरा करने के लिए तीन डेडलाइन दी गर्इं, जिसके बीतने के बाद भी इसे पूरा नहीं किया जा सका है। आखिरी डेडलाइन मार्च २०२४ थी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि ‘घाती’ सरकार विधानसभा चुनाव से पहले लोक लुभावन योजनाओं की बारिश कर रही है, जिस पर लाखों करोड़ रुपए लुटा रही है। हालांकि, मुंबई में इस तरह की योजनाओं को पूरा करने पर जोर देने की बजाय सरकार इसकी अनदेखी कर रही है। सरकार की इस अनदेखी को कांदिवली और बोरीवली के नागरिकों ने गंभीरता से लिया है। साथ ही, उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है कि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार करेंगे। बोरीवली में रहनेवाले नरेश यादव ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अगर जल्द ही सरकार ने यहां की स्थिति में सुधार नहीं किया तो यहां के लोग मतदान का बहिष्कार करेंगे।
स्थानीय सांसद की आंखें बंद
एमएमआरडीए पिछले तीन वर्षों से सबवे बना रही है, जो अब भी अधूरा है। लोगों की इस समस्या पर स्थानीय भाजपा सांसद पीयूष गोयल का भी ध्यान नहीं है। इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। जनता सीधे सवाल कर रही है कि एमएमआरडीए की लापरवाही का नतीजा हम क्यों भुगतें? रिक्शा चालक विनोद दुबे का कहना है कि इस सबवे का काम लंबे समय से चल रहा है। गोरेगांव तक जाम वाली स्थिति पैदा होने से वेस्टर्न हाइवे के लेन में बदलाव किया जाता है। पीक आवर में इससे वाहनों की लंबी कतार लग जाती है। वाहन चालकों को कांदिवली ईस्ट में अकुर्ली रोड से होकर जाना पड़ता है। ऐसे में वे उस मार्ग से जाने से कतराते हैं। बोरीवली के जिग्नेश ने बताया कि लोग अक्सर जाम की वजह से ऑफिस और घर देरी से पहुंचते हैं। जाम की स्थिति के चलते कई बार खुद मैं कार को पार्किंग में लगाकर लोकल ट्रेन से यात्रा कर चुका हूं। ऐसे में वोट देकर क्या फायदा? स्थानीय नागरिक शशिकांत मिश्रा ने कहा कि एमएमआरडीए ने अपना काम सही तरीके से नहीं किया है, जिस कारण अब तक सबवे का कार्य नहीं हो पाया है। इसकी वजह से आस-पास के परिसर में कचरा और गंदगी का अंबार लग गया है। इस कारण लोग सरकार से काफी नाराज हैं।
सरकार की इस अनदेखी को कांदिवली और बोरीवली के नागरिकों ने गंभीरता से लिया है। साथ ही, उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दे दिया है कि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान का बहिष्कार करेंगे।
समस्या बढ़ाती है प्राइवेट बसों की पार्किंग
स्थानीय नागरिक बताते हैं कि हाईवे पर प्राइवेट बसों की पार्किंग जाम की समस्या को काफी बढ़ा देती है। समतानगर के पास प्राइवेट बसें सड़क पर ही खड़ी रहती हैं। इसी तरह मालाड में शांताराम तालाब के पास भी बसें अवैध तरीके से पार्क की जाती हैं।