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माटुंगा रेलवे स्टेशन के सामने २३ मंजिला पार्किंग टावर पर नागरिकों का विरोध! 

नागरिक संगठन ने बीएमसी और रेलवे से परियोजना पर रोक लगाने की मांग की
सामना संवाददाता / मुंबई
माटुंगा रेलवे स्टेशन के बाहर प्रस्तावित `मल्टी-लेवल रोबोटिक पार्किंग टावर’ को लेकर नागरिकों में भारी असंतोष है। पिटीशन ग्रुप फाउंडेशन ने बीएमसी और केंद्रीय रेलवे अधिकारियों को एक पत्र लिखकर इस परियोजना का कड़ा विरोध दर्ज किया है। उनका कहना है कि यह परियोजना स्थानीय लोगों, दुकानदारों और खासकर हजारों रेलवे यात्रियों के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न करेगी।
इस परियोजना के तहत २३ मंजिला पार्किंग टॉवर का निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें ५४६ वाहनों को पार्क करने की क्षमता होगी। बीएमसी द्वारा इस परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है और रेलवे से हाल ही में एनओसी प्राप्त हुआ है। इस पार्विंâग का उद्देश्य एक बिल्डर को अपने वाणिज्यिक परिसर के लिए पार्विंâग की सुविधा उपलब्ध कराना बताया जा रहा है। परियोजना की लागत करीब ८५ करोड़ रुपए है।
पिटीशन ग्रुप के ट्रस्टी जी.आर. वोरा ने बातचीत में कहा अब `इस पार्किंग टॉवर के निर्माण के लिए माटुंगा पुलिस बीट चौकी को हटाना प्रस्तावित है, जो इलाके में अपराधियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सुरक्षा व्यवस्था है। माटुंगा ईस्ट में कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थान हैं और यह चौकी छात्रों की सुरक्षा में मदद करती है।’ वोरा ने यह भी चेतावनी दी कि रेलवे स्टेशन के पास इस पार्किंग टॉवर के निर्माण से आपातकालीन स्थिति में यात्रियों के लिए भागने का कोई रास्ता नहीं रहेगा। उन्होंने कहा कि अगर समय रहते उचित कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे मुंबई हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे। इस बीच, बीएमसी और रेलवे अधिकारी आज साइट का संयुक्त निरीक्षण करेंगे। रेलवे के अधिकारी ने बताया, `२०२३ में बीएमसी में एनओसी के लिए आवेदन किया था, लेकिन सभी मानदंडों को पूरा नहीं किया गया था। २०२४ में जब सभी शर्तों का पालन किया गया, तो एनओसी दिया गया।’

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